सुपरफूड: सेहत का वरदान या सिर्फ हाइप?
आजकल हेल्थ इंडस्ट्री में सुपरफूड्स का चलन है, लेकिन डॉक्टर नेने के अनुसार हर सुपरफूड सभी के लिए फायदेमंद नहीं होता। कुछ सुपरफूड्स पोषण से भरपूर होते हैं, लेकिन गलत तरीके से खाने पर नुकसान कर सकते हैं। हेल्दी लाइफ के लिए बैलेंस्ड डाइट, एक्सरसाइज, अच्छी नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट जरूरी है। सुपरफूड्स का चुनाव करते समय देसी खाने को प्राथमिकता देना फायदेमंद होता है और किसी भी नई चीज को डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

डॉक्टर नेने के अनुसार, हर सुपरफूड सभी के लिए फायदेमंद नहीं होता। कुछ सुपरफूड्स पोषण से भरपूर होते हैं, लेकिन गलत तरीके से खाने पर नुकसान कर सकते हैं। इसलिए, किसी भी फूड को आंख मूंदकर हेल्दी मानने से पहले उसकी उपयोगिता और मात्रा जानना जरूरी है।
इस लेख में हम सुपरफूड्स की वास्तविकता और सही तरीके से सेवन करने के बारे में जानेंगे, ताकि अधिकतम लाभ मिल सके और साइड इफेक्ट्स से बचा जा सके। सुपरफूड्स में विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को ताकत देते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। हालांकि, सिर्फ एक चीज खाने से सेहतमंद रहना मुमकिन नहीं है। हेल्दी लाइफ के लिए बैलेंस्ड डाइट और सही लाइफस्टाइल जरूरी है।
डॉक्टर नेने का कहना है कि हमारी देसी डाइट में हल्दी, दालें, घी और बादाम जैसे कई सुपरफूड्स पहले से ही मौजूद हैं। इसलिए, महंगे और विदेशी सुपरफूड्स की जरूरत नहीं है। किसी भी ट्रेंडिंग फूड को अपनाने से पहले यह देखना जरूरी है कि वह आपकी सेहत के लिए कितना जरूरी है। ग्रीन टी, एवोकाडो, क्विनोआ और चिया सीड्स जैसे सुपरफूड्स को ज्यादा खाने से नुकसान हो सकता है।
अच्छी सेहत के लिए बैलेंस्ड डाइट, एक्सरसाइज, अच्छी नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट जरूरी है। सिर्फ सुपरफूड्स पर निर्भर रहने से पूरा फायदा नहीं मिलेगा। सुपरफूड्स का चुनाव करते समय देसी खाने को प्राथमिकता देना फायदेमंद होता है, क्योंकि वे हमारी बॉडी के हिसाब से ज्यादा अनुकूल होते हैं। किसी भी नई चीज को डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लें।