सारा अली खान: मुस्लिम पिता और सिख मां की परवरिश पर सारा का खुलासा

सारा अली खान ने एक इंटरव्यू में बताया कि मुस्लिम पिता और सिख मां के साथ उनका बचपन कैसा था। उन्होंने केदारनाथ जैसे मंदिरों में जाने पर ट्रोल होने की बात भी की। सारा ने कहा कि उन्होंने अपनी मां से पूछा कि उनका धर्म क्या है। सारा अक्सर धार्मिक स्वतंत्रता के लिए ट्रोल होती हैं, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। सारा ने बताया कि उनके परिवार में हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों का सम्मान किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और वह नकारात्मकता को अनदेखा करना सीख गई हैं।

Mar 29, 2025 - 12:50
सारा अली खान: मुस्लिम पिता और सिख मां की परवरिश पर सारा का खुलासा
सारा अली खान ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अपने बचपन के बारे में बात की, जो एक मुस्लिम पिता और सिख मां के साथ बीता। उन्होंने केदारनाथ और अन्य मंदिरों में जाने को लेकर ट्रोल होने पर भी अपनी राय रखी। सारा ने बताया कि जब वह छोटी थीं, तो उन्होंने अपनी मां से पूछा था कि उनका धर्म क्या है।

सारा अली खान अक्सर अपनी धार्मिक मान्यताओं के चलते सोशल मीडिया पर ट्रोल होती रहती हैं। लोग उनकी धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल उठाते हैं, लेकिन सारा को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने पहले भी इस बारे में बात की है, और अब फिर से उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है। सारा ने बताया कि वह नफरत को कैसे हैंडल करती हैं और एक मुस्लिम पिता और सिख मां की बेटी होने का मतलब क्या होता है।

सारा अली खान के पिता सैफ अली खान मुस्लिम हैं और पटौदी के नवाब भी हैं, जबकि उनकी मां अमृता सिंह सिख हैं। अमृता ने शादी के समय इस्लाम धर्म अपना लिया था, लेकिन उन्होंने अपना नाम नहीं बदला था। सारा ने बताया कि उनके परिवार में आज भी हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों को सम्मान दिया जाता है और सभी त्योहार मनाए जाते हैं।

सारा ने 'टाइम्स नाऊ समिट' में कहा, 'मैं बहुत छोटी थी, स्कूल में पढ़ती थी। और जब मेरे माता-पिता की शादी हुई और हम साथ में विदेश जाते थे, तब भी मैं हमेशा सोचती रहती थी... अमृता सिंह, सैफ पटौदी, सारा सुल्ताना, इब्राहिम अली खान, क्या चल रहा है? हम कौन हैं? और मुझे याद है कि मैंने अपनी मां से पूछा था, मैं क्या हूं? उन्होंने मुझसे कहा कि तुम भारतीय हो। और मैं इसे कभी नहीं भूलूंगी।'

सारा ने यह भी कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और उन्हें लगता है कि धर्म की सभी सीमाएं लोगों द्वारा बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि वह ट्रोल्स को ज्यादा महत्व नहीं देती हैं और उन्होंने नकारात्मकता को अनदेखा करना सीख लिया है।