तिहाड़ जेल स्टाफ को UT कैडर बनाने का प्रस्ताव: कैदियों से गठजोड़ टूटेगा
तिहाड़ जेल में कैदियों और जेल स्टाफ के गठजोड़ को तोड़ने के लिए तिहाड़ जेल कैडर को केंद्र शासित (UT) कैडर बनाने का प्रस्ताव है। यह प्रस्ताव दिल्ली सरकार के होम डिपार्टमेंट को भेजा गया है, जिसका उद्देश्य जेल स्टाफ में डर का माहौल बनाना और गैंगस्टर कैदियों को दिल्ली से दूर शिफ्ट करना है। प्रस्ताव पास होने पर स्टाफ को अन्य केंद्र शासित प्रदेशों में ट्रांसफर किया जा सकेगा, जिससे जेल में कानून-व्यवस्था मजबूत होगी। भविष्य में, आपराधिक गतिविधियों में शामिल कैदियों को भी केंद्र शासित प्रदेशों की जेलों में ट्रांसफर किया जा सकेगा।

एक अधिकारी के अनुसार, अगर यह प्रस्ताव गृह मंत्रालय से पास हो जाता है, तो तिहाड़ जेल के स्टाफ को अंडमान-निकोबार, जम्मू-कश्मीर और मिजोरम जैसे केंद्र शासित प्रदेशों में ट्रांसफर किया जा सकेगा। तिहाड़ जेल प्रशासन ने इस संबंध में एक फाइल दिल्ली सरकार के होम डिपार्टमेंट को भेजी है। इस प्रस्ताव के पीछे मुख्य उद्देश्य तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर और खतरनाक कैदियों को दिल्ली से दूर शिफ्ट करना है।
इसके अलावा, इस प्रस्ताव का लक्ष्य जेल स्टाफ के बीच डर का माहौल बनाना भी है, ताकि वे कैदियों के साथ किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल न हों। UT कैडर बनने से जेल स्टाफ को यह डर रहेगा कि रिश्वत लेने या गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने पर उन्हें दूर के केंद्र शासित प्रदेशों में ट्रांसफर किया जा सकता है, जिससे तिहाड़ जेल में कानून-व्यवस्था मजबूत होगी। भविष्य में, जेल में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल कैदियों को भी केंद्र शासित प्रदेशों की जेलों में ट्रांसफर किया जा सकेगा।