'मुसलमान IAS-IPS अफसर बनें', क्यों बोले गडकरी?

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर के ननमुदा संस्थान के दीक्षांत समारोह में कहा कि नेताओं को सार्वजनिक मंच पर जातिगत और धार्मिक मुद्दों से बचना चाहिए, विकास पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका नारा है, जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा लात। गडकरी ने मुस्लिम समुदाय से ज्यादा से ज्यादा इंजीनियर, डॉक्टर, आईएएस और आईपीएस अधिकारी बनने का आह्वान किया, जिससे देश का विकास होगा। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति कलाम का उदाहरण दिया।

Mar 16, 2025 - 15:26
'मुसलमान IAS-IPS अफसर बनें', क्यों बोले गडकरी?
नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ननमुदा संस्थान के दीक्षांत समारोह में जाति और धर्म पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि वे सार्वजनिक मंचों पर जातिगत और धार्मिक मुद्दों से बचते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि नेताओं को विकास पर ध्यान देना चाहिए।

गडकरी ने कहा कि उनका एक पुराना नारा है: "जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा लात।" उन्होंने बताया कि वे चुनाव हारने या मंत्री पद जाने की कीमत पर भी इस रुख पर कायम रहे।

उन्होंने अंजुमन-ए-इस्लाम संस्थान (नागपुर) इंजीनियरिंग कॉलेज का उदाहरण दिया, जिसे उन्होंने तब अनुमति दी थी जब वे एमएलसी थे। गडकरी ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को ज्यादा से ज्यादा इंजीनियर, डॉक्टर, आईएएस और आईपीएस अधिकारी बनना चाहिए, जिससे देश का विकास होगा। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण भी दिया।