JDU की मांगें नहीं मानेगी बीजेपी, सरकार की मजबूती के लिए छोटे दलों से भी साधा संपर्क
इस चुनाव में नीतीश कुमार और नायडू किंगमेकर फैक्टर बनकर उभरे हैं, इसलिए दोनों को ही लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. खासतौर पर यह कि जेडीयू सरकार में शामिल होगी तो उसकी तरफ से बड़ी शर्तें रखी जा सकती हैं.

लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं. बीजेपी बहुमत से पीछे रह गई है, लेकिन NDA ने 272 का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है. अब सरकार बनाने की कवायद जारी है. चूंकि इस चुनाव में नीतीश कुमार और नायडू किंगमेकर फैक्टर बनकर उभरे हैं, इसलिए दोनों को ही लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं.
खासतौर पर यह कि जेडीयू सरकार में शामिल होगी तो उसकी तरफ से बड़ी शर्तें रखी जा सकती हैं. इन चर्चाओं के बीच सामने आया है कि बीजेपी गठबंधन के नियमों और गठबंधन धर्म के तहत ही काम करेगी. गैरजरूरी मांगों के आगे नहीं झुकेगी.
गठबंधन धर्म के तहत ही काम करेगी बीजेपी सूत्रों के मुताबिक सामने आया है कि, जेडीयू की अनावश्यक मांगों के आगे बीजेपी नहीं झुकेगी. बीजेपी गठबंधन के नियमों और गठबंधन धर्म के तहत ही काम करेगी. मंत्रालय का बंटवारा हो या मंत्रियों की संख्या, सहयोगियों की चिंताओं का ध्यान भी रखा जाएगा.
बीजेपी अपने सभी सहयोगियों को साथ लेकर चलेगी. बीजेपी निर्दलीय सांसदों और छोटे-छोटे दलों के संपर्क में भी है. क्या नीतीश कुमार ने दिया है कोई फॉर्मूला? असल में, सूत्रों के हवाले से यह बात सामने आ रही है कि नीतीश कुमार ने मंत्री पद को लेकर एक फॉर्मूला सामने रखा है. नीतीश के फॉर्मूले के मुताबिक उन्हें 4 सांसदों पर एक मंत्री पद दिया जाना चाहिए. इस हिसाब से उनके 12 सांसद हैं, इसलिए उन्हें कैबिनेट में three मंत्री पद मिलने चाहिए.
इस बार सहयोगी दलों पर निर्भर बीजेपी बता दें कि लोकसभा चुनावों के नतीजों में एनडीए तो बहुमत (272) से ज्यादा (293) सीटें हासिल करने में कामयाब रहा है, लेकिन बीजेपी अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाई है. इसलिए अब सीटों के हिसाब से सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी को सहयोगी दलों पर निर्भर रहना पड़ रहा है.
बीजेपी के बाद एनडीए में चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी sixteen सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है. वहीं नीतीश कुमार की जेडीयू ने 12 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की है. लोकसभा चुनाव का 'N फैक्टर' लोकसभा चुनाव के नतीजों ने एन फैक्टर दिया है- नमो, नीतीश और नायडू. नमो यानि नरेंद्र मोदी के चेहरे को आगे कर चुनाव मैदान में उतरे एनडीए को सरकार बनाने का जनादेश मिला, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार तीसरी बार बहुमत के साथ मोदी सरकार नहीं बना पाई है.
जेडीयू को 12 और TDP को sixteen सीटें मिलीं अब एक एन यानी नेहरू की बराबरी कर लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए पीएम मोदी को दो अन्य एन- नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टियों के रुख पर निर्भर रहना पड़ेगा. नीतीश और नायडू के रुख से ही सरकार तय होनी है. नीतीश की अगुवाई वाले जनता दल (यूनाइटेड) को 12 और नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) को sixteen सीटें मिली. ये दोनों दल भी एनडीए में हैं.