मरने के बाद जिंदा: दरभंगा में मुर्दा निकला, नेपाल में मिला!

बिहार के दरभंगा जिले में एक अजीब मामला सामने आया है, जहां भोला राम नाम का एक आदमी, जिसे पहले मृत मान लिया गया था, अचानक दरभंगा कोर्ट में जिंदा पहुंच गया। इस घटना से हर कोई हैरान है, क्योंकि भोला राम की मौत के बाद डीएमसीएच में बहुत हंगामा हुआ था, जिसके कारण मब्बी थाने के अध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया था। भोला राम ने बताया कि उसे किडनैप करके नेपाल ले जाया गया था। इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि जिस बॉडी की पहचान भोला राम के भाई ने की, वह किसकी थी? अगर वह भोला राम नहीं था, तो फैमिली ने उसे भोला राम समझकर उसका इलाज क्यों कराया और उसकी डेथ के बाद प्रोटेस्ट क्यों किया?

Apr 18, 2025 - 14:17
मरने के बाद जिंदा: दरभंगा में मुर्दा निकला, नेपाल में मिला!
दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। भोला राम नाम का एक व्यक्ति, जिसे पहले मृत घोषित कर दिया गया था, अचानक दरभंगा न्यायालय में जीवित पाया गया। इस घटना ने सबको हैरान कर दिया है क्योंकि भोला राम की मौत के बाद डीएमसीएच में काफी हंगामा हुआ था, जिसके चलते मब्बी थाने के अध्यक्ष को निलंबित भी कर दिया गया था।

भोला राम ने बताया कि कुछ लोगों ने उसे अगवा करके नेपाल ले गए थे। इस घटना के बाद कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि जिस शव की पहचान भोला राम के भाई ने की थी, वह किसका था? अगर वह भोला राम नहीं था, तो परिवार ने उसे भोला राम समझकर उसका इलाज क्यों कराया और उसकी मौत के बाद हंगामा क्यों किया?

भोला राम ने न्यायालय में बताया कि कुछ लोगों ने उसे ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के नागेंद्र झा स्टेडियम से बेहोश कर दिया था। जब उसे होश आया, तो उसने खुद को नेपाल में पाया। उसने बताया कि वह व्हाट्सएप के माध्यम से अपने परिवार को कॉल करता था, लेकिन वे कॉल काट देते थे। कुछ दिन पहले, परिवार ने उसका कॉल उठाया, जिसके बाद उसने सारी घटना बताई। फिर परिवार नेपाल जाकर उसे वापस ले आया।

इस मामले में, भोला राम के लापता होने की सूचना परिवार ने 8 फरवरी को मब्बी थाने में दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 26 फरवरी को, दोनार अललपट्टी रेलवे ट्रैक के पास कुछ लोगों को एक युवक मिला जिसके हाथ और पैर कटे हुए थे। उसे डीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां परिवार ने उसकी पहचान भोला राम के रूप में की। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, जिसके बाद लोगों ने सड़क जाम करके प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के बाद, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने मब्बी थाने के अध्यक्ष दीपक कुमार को निलंबित कर दिया था। अब भोला राम के जिंदा मिलने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।