अग्निवीर परीक्षा में ब्लूटूथ: लखनऊ में गिरफ्तारी
लखनऊ में अग्निवीर परीक्षा के दौरान ब्लूटूथ का उपयोग करते हुए एक छात्र को गिरफ्तार किया गया, और एक सॉल्वर गिरोह का पर्दाफाश हुआ। एसटीएफ ने ब्लूटूथ डिवाइस और अन्य सामान जब्त किए। जांच में पता चला कि कोचिंग सेंटर का संचालक सॉल्वर गिरोह चला रहा था, और वह इलाहाबाद हाई कोर्ट की ग्रुप-डी परीक्षा में सॉल्वर के रूप में शामिल हुआ था। एसटीएफ ने कोचिंग संचालक, दो सॉल्वरों और एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया।

लखनऊ कैंट के एएमसी सेंटर से एक अभ्यर्थी को पकड़ा गया, जिसके पास से ब्लूटूथ डिवाइस और अन्य चीजें बरामद हुईं। जांच में पता चला कि कोचिंग सेंटर का संचालक सॉल्वर गिरोह चला रहा था, जिसके चलते उसे भी गिरफ्तार किया गया।
लखनऊ में, एसटीएफ सब इंस्पेक्टर तेज बहादुर ने बताया कि उन्हें परीक्षा में ब्लूटूथ के इस्तेमाल की सूचना मिली थी। जांच के दौरान एक अभ्यर्थी संदिग्ध पाया गया, जो बार-बार अपनी जेब में हाथ डाल रहा था। तलाशी लेने पर उसके पास से ब्लूटूथ डिवाइस मिली, और उसने अपना नाम प्रवीण कुमार बताया। प्रवीण ने यह भी बताया कि एक व्यक्ति बाहर से ब्लूटूथ के जरिए उसकी मदद कर रहा था, जिसकी एसटीएफ ने तलाश की लेकिन वह मिला नहीं।
जांच में यह भी पता चला कि फिरोजाबाद का एक कोचिंग संचालक सॉल्वर गिरोह चला रहा था। वह खुद इलाहाबाद हाई कोर्ट की ग्रुप-डी की परीक्षा में सॉल्वर बनकर पहुंचा था और उसने दो अन्य सॉल्वरों को भी बैठाया था। एसटीएफ ने कोचिंग संचालक, दो सॉल्वरों और एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है।
रविवार को हाई कोर्ट के ग्रुप-डी की परीक्षा के दौरान एसटीएफ को सूचना मिली कि कुछ सेंटरों पर सॉल्वर गिरोह सक्रिय है। एसटीएफ ने चिनहट और गोमतीनगर विस्तार में स्थित परीक्षा केंद्रों पर छापा मारा और फिरोजाबाद निवासी वेदप्रकाश और रिंकू गुर्जर को गिरफ्तार किया। इसके अलावा, राजस्थान निवासी बनवारी और मथुरा निवासी हरेंद्र को भी पकड़ा गया। वेदप्रकाश, हरेंद्र और बनवारी सॉल्वर थे, जबकि रिंकू मुख्य अभ्यर्थी था। उनके पास से मोबाइल, प्रवेश पत्र, फर्जी आधार कार्ड, प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट बरामद किए गए।
पूछताछ में वेद प्रकाश ने बताया कि वह प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग चलाता है और अभ्यर्थियों को परीक्षा पास करवाने का दावा करता है। उसने यह भी बताया कि रिंकू गुज्जर उसकी कोचिंग में पढ़ने आया था और उसने लेखपाल की परीक्षा के लिए फॉर्म भरा था, जिसके स्थान पर वेद प्रकाश ने परीक्षा दी थी। रिंकू ने हाई कोर्ट इलाहाबाद के ग्रुप-डी की परीक्षा का फॉर्म भी भरा था और उसके स्थान पर परीक्षा देने के लिए वेद प्रकाश आया था। उसने सोमेंद्र और तरुण चाहर के स्थान पर हरेंद्र और बनवारी को सॉल्वर के तौर पर बैठाया था।