भारत-चीन कूटनीतिक वार्ता: सीमा पर सहयोग और कैलाश मानसरोवर यात्रा पर चर्चा

भारत और चीन के बीच बीजिंग में कूटनीतिक वार्ता हुई, जिसमें सीमा प्रबंधन, सीमा पार नदियों और कैलाश-मानसरोवर यात्रा जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने दिसंबर में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई वार्ता में लिए गए निर्णयों को लागू करने पर विचार किया। विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों देश सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों की अगली बैठक के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए, जो इस साल के अंत में दिल्ली में होगी। उन्होंने सीमा-पार सहयोग और आदान-प्रदान को जल्द शुरू करने पर भी विचार किया।

Mar 26, 2025 - 11:46
भारत-चीन कूटनीतिक वार्ता: सीमा पर सहयोग और कैलाश मानसरोवर यात्रा पर चर्चा
भारत और चीन के बीच राजनयिक चर्चा जारी है। बीजिंग में हुई कूटनीतिक वार्ता में कई मुद्दों पर बात हुई। दोनों पक्षों ने कई उपायों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि डब्ल्यूएमसीसी की बैठक सकारात्मक रही।

नई दिल्ली में, भारत और चीन ने सीमा प्रबंधन, नदियों, कैलाश-मानसरोवर यात्रा पर ध्यान केंद्रित किया। दोनों देशों ने परामर्श और समन्वय के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और चीन सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों की अगली बैठक के लिए मिलकर काम करेंगे। यह बैठक इस साल के अंत में दिल्ली में होगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि डब्ल्यूएमसीसी की बैठक रचनात्मक थी और एलएसी पर स्थिति की समीक्षा की गई।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीमा पर शांति जरूरी है। दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी की स्थिति पर चर्चा की। अभी एलएसी पर दोनों पक्षों के लगभग 50,000 से 60,000 सैनिक हैं। दिसंबर में डोभाल ने वांग के साथ सीमा मुद्दे पर बात की थी।

23 अक्टूबर को मोदी और शी जिनपिंग के बीच हुई बैठक में एसआर तंत्र को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि डब्ल्यूएमसीसी वार्ता में दोनों पक्षों ने मिलकर काम करने पर सहमति जताई।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीमा-पार सहयोग और कैलाश-मानसरोवर यात्रा पर भी चर्चा हुई। वार्ता में भारतीय दल का नेतृत्व गौरांगलाल दास ने किया। चीनी दल का नेतृत्व हांग लियांग ने किया। यह बैठक विक्रम मिस्री की बीजिंग यात्रा के बाद हुई।