'इंडिया' गठबंधन: प्रकाश करात ने धर्मनिरपेक्ष मंच की आवश्यकता पर जोर दिया
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) के नेता प्रकाश करात ने आगामी चुनावों के लिए धर्मनिरपेक्ष विपक्षी दलों के गठबंधन का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन लोकसभा चुनावों के लिए बना था, राज्य चुनावों के लिए नहीं। करात ने गठबंधन को व्यापक दृष्टिकोण से देखने और धर्मनिरपेक्ष दलों के एक मंच की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन की सफलता और चुनौतियों पर भी बात की, साथ ही बिहार और तमिलनाडु जैसे राज्यों में गठबंधनों का उल्लेख किया। उन्होंने पश्चिम बंगाल और दिल्ली में संभावित गठबंधनों की कठिनाइयों को भी स्वीकार किया।

करात ने कहा कि गठबंधन को व्यापक दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए ताकि यह केवल चुनावी राजनीति से प्रभावित न हो। उन्होंने धर्मनिरपेक्ष दलों के एक व्यापक मंच की आवश्यकता पर बल दिया।
करात ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को लेकर कोई खास चर्चा नहीं हुई है, क्योंकि घटक दलों के राज्यों में अपने-अपने समीकरण हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि 'इंडिया' गठबंधन के कारण बीजेपी को लोकसभा में अपना बहुमत खोना पड़ा।
हालांकि, करात ने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में विपक्ष को लगे झटके का भी जिक्र किया, जहां महा विकास अघाड़ी (MVA) का प्रदर्शन लोकसभा चुनाव जैसा नहीं रहा। उन्होंने कहा कि राज्यों में स्थिति अलग-अलग है और 'इंडिया' गठबंधन का गठन मुख्य रूप से लोकसभा चुनावों के लिए किया गया था।
करात ने बिहार और तमिलनाडु जैसे राज्यों में गठबंधन की सफलता का उल्लेख किया, लेकिन पश्चिम बंगाल और दिल्ली में संभावित गठबंधनों की कठिनाइयों को भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि लोकसभा के बाद गठबंधन को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इस पर कोई खास विचार नहीं किया गया है।