इफ्तार पार्टी: बिहार में बदले राजनीतिक समीकरण, नीतीश-चिराग साथ, लालू से दूर कांग्रेस

बिहार की राजनीति में इफ्तार पार्टियों के माध्यम से बदलते राजनीतिक समीकरणों को दर्शाया गया है। लालू यादव की इफ्तार पार्टी में मुकेश सहनी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने दूरी बनाए रखी, जबकि नीतीश कुमार चिराग पासवान की इफ्तार में शामिल हुए। मुकेश सहनी ने 2025 के चुनाव के लिए 60 सीटों की मांग रखी है, वहीं कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। नीतीश और चिराग का साथ आना एक महत्वपूर्ण बदलाव है, और इस इफ्तार पार्टी ने राजनीतिक दलों को अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने का मौका दिया है।

Mar 26, 2025 - 14:23
इफ्तार पार्टी: बिहार में बदले राजनीतिक समीकरण, नीतीश-चिराग साथ, लालू से दूर कांग्रेस
बिहार की राजनीति में इफ्तार पार्टियों के बदलते समीकरणों को दर्शाया गया है। इस बार की इफ्तार पार्टियों में दोस्ती और दुश्मनी दोनों देखने को मिलीं। लालू प्रसाद यादव ने अपनी इफ्तार पार्टी अपने वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के आवास पर रखी, जिससे मुकेश सहनी ने दूरी बनाए रखी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी लालू की इफ्तार पार्टी से दूर रहे। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमारचिराग पासवान की इफ्तार में शामिल हुए, जो कि पहले एक दूसरे को पसंद नहीं करते थे।

लालू यादव ने इस बार अपनी इफ्तार पार्टी का स्थान बदलकर रणनीति में बदलाव का संकेत दिया। मुकेश सहनी ने 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी मांग रख दी है और महागठबंधन के तहत 60 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है। कांग्रेस भी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और दलित-मुस्लिम वोट को टारगेट कर रही है।

नीतीश कुमार और चिराग पासवान का साथ आना एक महत्वपूर्ण बदलाव है, क्योंकि 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान के कारण जेडीयू तीसरे नंबर पर आ गई थी। इस इफ्तार पार्टी ने राजनीतिक दलों को अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने का मौका दे दिया है और बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ लेकर आई है।