एकाउंटेंट पर 5 करोड़ के गबन का आरोप
हापुड़ सहकारी गन्ना समिति के एकाउंटेंट पर 5 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है, जिसके बाद डीएम ने जांच के आदेश दिए और संभावित एफआईआर दर्ज करने की बात कही। आरोप है कि धन को चीनी मिल से निजी खातों में स्थानांतरित किया गया था। संदेह तब हुआ जब एकाउंटेंट ने काम पर आना बंद कर दिया और किसानों का भुगतान रुक गया। जांच में धोखाधड़ी के लेनदेन का पता चला। डीएम ने जांच शुरू कर दी है, और शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, और गबन किए गए धन को वसूलने के प्रयास किए जाएंगे।

हापुड़ सहकारी गन्ना समिति के एक एकाउंटेंट पर 5 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है। जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं, और एफआईआर दर्ज की जाएगी। एकाउंटेंट पर शुगर मिल से फंड को निजी खातों में ट्रांसफर करने का आरोप है। समिति के अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने कहा कि एकाउंटेंट भरत कश्यप बैंक लेनदेन और किसान भुगतान के लिए वाउचर भेजने के लिए जिम्मेदार थे।
कश्यप 25 अप्रैल को समिति में आना बंद हो गया, और किसानों को भुगतान नहीं किया जा रहा था, इस कारण संदेह हुआ, जबकि मिल ने फंड ट्रांसफर कर दिया था। जांच से पता चला कि कश्यप ने अपने खातों में लगभग 5 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी लेनदेन किए थे। डीएम अभिषेक पांडे ने कहा है कि एकाउंटेंट स्तर पर वित्तीय अनियमितता पाई गई है। समिति के खातों से धन रिश्तेदारों के खातों में स्थानांतरित किया गया। समिति के सचिव, अन्य कर्मचारियों और बैंक कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जा रही है। शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, और गबन किए गए धन को वसूलने के प्रयास किए जाएंगे।