प्रयागराज इंजीनियर मर्डर: हत्यारा 50 मिनट तक पिस्टल लेकर घूमता रहा
प्रयागराज में वायुसेना के चीफ इंजीनियर सत्येंद्र नारायण मिश्रा की हत्या कर दी गई। हत्यारा, रस्सी के सहारे कैंपस में दाखिल हुआ और 50 मिनट तक परिसर में घूमता रहा, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस, ठेकेदारों से विवाद और कर्मचारियों पर कार्रवाई जैसे पहलुओं पर जांच कर रही है, साथ ही करोड़ों के टेंडर में विवाद की आशंका भी है। जांच में पता चला है कि सत्येंद्र नारायण ने डीजल चोरी के आरोप में एक कर्मचारी को निलंबित किया था। सेंट्रल एयर कमांड में सुरक्षा कड़ी होने के बावजूद, हत्यारा आसानी से अंदर घुसा और हत्या करके निकल गया。

पुलिस का दावा है कि 24 घंटे में हत्या का खुलासा हो जाएगा। जांच में पता चला है कि हत्यारा 50 मिनट तक पिस्टल लेकर एयरफोर्स स्टेशन के परिसर में घूमता रहा और किसी को पता नहीं चला। पुलिस, ठेकेदारों से विवाद और कर्मचारियों पर कार्रवाई जैसे पहलुओं पर भी जांच कर रही है। करोड़ों के टेंडर में विवाद की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस उन कर्मचारियों पर भी नजर रख रही है, जिन पर पहले कार्रवाई हुई थी।
जांच में यह भी पता चला है कि सत्येंद्र नारायण ने डीजल चोरी के आरोप में एक कर्मचारी को निलंबित किया था और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की थी।
यह घटना 29 मार्च को हुई थी। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्यारा परिसर में कैसे घुसा और 50 मिनट तक घूमता रहा। सेंट्रल एयर कमांड की दीवारों पर चेतावनी लिखी है और कंटीले तार लगे हैं, फिर भी हत्यारा अंदर घुसने में सफल रहा।
जांच में पता चला है कि हत्यारा रात 2:40 बजे इंजीनियरिंग कॉलोनी के पास पहुंचा, रस्सी से अंदर दाखिल हुआ, सत्येंद्र नारायण मिश्रा को गोली मारी और फिर उसी रस्सी से भाग गया। वह 3:30 बजे मुख्य द्वार से बाहर निकला। हैरानी की बात है कि मुख्य द्वार से कुछ ही दूरी पर इंजीनियरिंग कॉलोनी है, लेकिन संतरी को कोई जानकारी नहीं हुई।
सेंट्रल एयर कमांड में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहती है, लेकिन हत्यारा आसानी से अंदर पहुंचा और हत्या करके निकल गया। कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जाती है, और बाहरी व्यक्तियों को अधिकारी की अनुमति के बिना प्रवेश नहीं मिलता, फिर भी यह घटना हो गई।