परीक्षा परिणाम से पहले बच्चों में तनाव: उपाय
परीक्षा परिणाम की चिंता बच्चों में तनाव और एंग्जायटी पैदा कर सकती है, खासकर बिहार बोर्ड 12वीं के परिणाम जल्द घोषित होने वाले हैं। माता-पिता और शिक्षकों को चाहिए कि वे बच्चों को खुलकर बात करने के लिए प्रोत्साहित करें, उन्हें सकारात्मक गतिविधियों में व्यस्त रखें, योग और ध्यान का अभ्यास कराएं, दूसरों से तुलना करने से बचें, और भविष्य की योजनाएं बनाने में मदद करें। असफलता को सीखने का एक हिस्सा बताएं और उन्हें आगे बेहतर करने के लिए प्रेरित करें।

1. खुलकर बात करें: बच्चों को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें बताएं कि परिणाम चाहे जो भी हो, उनके प्रयासों की सराहना की जाएगी।
2. सकारात्मक गतिविधियों में शामिल करें: बच्चों को पसंदीदा गतिविधियों में व्यस्त रखें जैसे कि खेल खेलना, किताबें पढ़ना या संगीत सुनना।
3. योग और ध्यान: बच्चों को प्रतिदिन कुछ मिनटों के लिए ध्यान और योग करने के लिए प्रेरित करें।
4. तुलना से बचें: बच्चों की तुलना दूसरों से न करें, क्योंकि हर व्यक्ति की अपनी अनूठी क्षमताएं होती हैं।
5. भविष्य की योजना बनाएं: बच्चों को बताएं कि परिणाम चाहे जो भी हो, उनके लिए हमेशा नए अवसर होते हैं। उन्हें आगे बेहतर करने के लिए प्रेरित करें।