दूरदर्शन के 'मालगुडी डेज़': दोस्तों से उधार लेकर रचा इतिहास

80 के दशक में दूरदर्शन पर 'मालगुडी डेज़' सीरियल ने तहलका मचा दिया था। इस सीरियल की शूटिंग के लिए दोस्तों से चीजें उधार ली गईं और दूर-दूर से जानवर लाए गए। 1986 में लॉन्च हुए इस सीरियल का पहला एपिसोड 18 मार्च 1987 को प्रसारित हुआ, जिसमें कुल 39 एपिसोड थे। आर.के. नारायण की किताब पर आधारित इस सीरियल का निर्देशन शंकर नाग ने किया था। शूटिंग कर्नाटक के अगुम्बे गांव में हुई, जिसे आर्ट डायरेक्टर जॉन देवराज ने मालगुडी में बदल दिया। सीरियल में कई कलाकारों ने अपनी भूमिका निभाई।

Apr 10, 2025 - 07:33
दूरदर्शन के 'मालगुडी डेज़': दोस्तों से उधार लेकर रचा इतिहास
दूरदर्शन का लोकप्रिय सीरियल 'मालगुडी डेज़': एक यादगार यात्रा

80 के दशक में दूरदर्शन पर एक सीरियल ने धूम मचा दी थी - 'मालगुडी डेज़'। इस सीरियल की शूटिंग की कहानी बहुत दिलचस्प है। सीरियल को बनाने के लिए दोस्तों से चीजें उधार ली गईं थीं और दूर-दूर से गधे और हाथी लाए गए थे।

यह सीरियल 1986 में लॉन्च हुआ था, जिसका पहला एपिसोड 18 मार्च 1987 को प्रसारित हुआ। इस सीरियल में कुल 39 एपिसोड थे, और प्रत्येक एपिसोड में एक मार्मिक कहानी थी। 'मालगुडी डेज़' आर.के. नारायण की किताब पर आधारित था और इसका निर्देशन शंकर नाग ने किया था। सीरियल के चार सीजन आए और सभी सुपरहिट रहे।

इसकी शूटिंग कर्नाटक के अगुम्बे गांव में हुई थी, जो चेरापूंजी के बाद भारत का दूसरा सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान है। आर्ट डायरेक्टर जॉन देवराज ने अगुम्बे गांव को मालगुडी में बदल दिया था, जहाँ बैलगाड़ियों से लेकर मूर्तियाँ, दुकानें, बस स्टैंड और स्कूल तक बनाए गए थे। शूटिंग के लिए शिमोगा से गधे और बेंगलुरु से हाथी लाए गए थे। ऑस्टिन और हिंदुस्तान जैसी कारें दोस्तों से उधार ली गईं थीं।

मालगुडी एक काल्पनिक शहर है। शंकर नाग पहले मैसूर में शूटिंग करना चाहते थे, लेकिन बाद में उन्होंने अगुम्बे को चुना। सीरियल में मास्टर मंजूनाथ, गिरीश कर्नाड, अनंत नाग, वैशाली कासरवल्ली और बी जयश्री जैसे कलाकारों ने काम किया।