प्रेग्‍नेंसी में दीपिका कक्कड़ पर बेटी को छोड़ने का आरोप: जच्चा-बच्चा पर असर

टीवी एक्‍ट्रेस दीपिका कक्‍कड़ को बेटी को छोड़ने के आरोप लगने पर काफी दुख हुआ। प्रेग्‍नेंसी के दौरान ट्रोलिंग का उन पर बुरा असर पड़ा, जिससे उन्‍हें तनाव हुआ और समय से पहले बच्‍चे को जन्‍म देना पड़ा। डॉक्‍टरों के अनुसार, नकारात्‍मक बातों से गर्भवती महिलाओं में कार्टिसोल हार्मोन रिलीज होता है, जिससे शिशु के विकास पर असर पड़ता है और जेस्‍टेशनल डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए प्रेग्‍नेंसी में खुश रहना जरूरी है।

Mar 10, 2025 - 15:27
प्रेग्‍नेंसी में दीपिका कक्कड़ पर बेटी को छोड़ने का आरोप: जच्चा-बच्चा पर असर
टीवी एक्‍ट्रेस दीपिका कक्‍कड़ को उनकी पर्सनल लाइफ के चलते अक्‍सर चर्चाओं में देखा जाता है। हाल ही में, उन्‍हें सोशल मीडिया पर उनकी बेटी को छोड़ने के आरोप लगाए गए, जिससे वे काफी आहत हुईं।

दीपिका ने बताया कि जब ये आरोप लगे, उस दौरान वे प्रेग्‍नेंट थीं और इन बातों का उनके स्‍वास्‍थ्‍य पर बहुत बुरा असर पड़ा। प्रेग्‍नेंसी में महिलाओं को खुश रहने की सलाह दी जाती है, लेकिन नकारात्‍मक बातें उनकी प्रेग्‍नेंसी जर्नी को मुश्किल बना सकती हैं।

प्रेग्‍नेंसी एक नाजुक दौर होता है और तनाव गर्भवती महिला के लिए हानिकारक हो सकता है। दीपिका ने बताया कि ट्रोलिंग की वजह से उनके मन में डर बैठ गया था कि लोग उनके आने वाले बच्‍चे के बारे में भी गलत बातें करेंगे।

तनाव के कारण दीपिका को समय से पहले बच्‍चे को जन्‍म देना पड़ा। डॉक्‍टरों के अनुसार, नकारात्‍मक बातों से महिलाओं में कार्टिसोल हार्मोन रिलीज होता है, जो शिशु के विकास को प्रभावित करता है। इससे जेस्‍टेशनल डायबिटीज और इंफेक्‍शन का खतरा भी बढ़ जाता है।