भारत के विरुद्ध चीन: पाकिस्तान और बांग्लादेश का इस्तेमाल, एक गुप्त रणनीति

चीन, बांग्लादेश को साधने की कोशिश कर रहा है और पाकिस्तान को मोहरा बना रहा है। भारत के खिलाफ चीन गहरी चाल चल रहा है, जिसमें MSS और ISI क्षेत्र में सुरक्षा संतुलन को बदल रहे हैं। चीन-पाकिस्तान का गठबंधन रणनीतिक साझेदारी में बदल गया है, जिससे चीन बांग्लादेश पर प्रभाव बढ़ा रहा है। चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश मिलकर भारत के खिलाफ खतरनाक जोड़ी बन रहे हैं। चीन म्यांमार सीमा पर भी भारत के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है और मालदीव के सहारे हिंद महासागर में भी। अमेरिका भी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को खतरा मानता है, क्योंकि चीन के खुफिया अभियान बांग्लादेश में फैल रहे हैं। पाकिस्तान, बांग्लादेश के लिए लॉन्चिंग पैड बना हुआ है।

Mar 11, 2025 - 09:27
भारत के विरुद्ध चीन: पाकिस्तान और बांग्लादेश का इस्तेमाल, एक गुप्त रणनीति
चीन आजकल बांग्लादेश को अपने नियंत्रण में करने की कोशिश कर रहा है, जिसके लिए उसने पाकिस्तान को एक मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया है। चीन जानता है कि सीधे बांग्लादेश में हस्तक्षेप करने से स्थिति उसके खिलाफ हो सकती है। इसलिए, वह पाकिस्तान को आगे करके अपनी योजनाओं को पूरा कर रहा है।

भारत के विरोध में, चीन एक गहरी चाल चल रहा है। यदि यह सफल होता है, तो भारत को एक साथ तीन सीमाओं पर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। चीन का खुफिया नेटवर्क, जिसमें राज्य सुरक्षा मंत्रालय (MSS) और पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) शामिल हैं, इस क्षेत्र में सुरक्षा संतुलन को बदल रहा है। चीन और पाकिस्तान का यह सहयोग अब एक रणनीतिक साझेदारी में बदल गया है। इसलिए, चीन पाकिस्तान की मदद से बांग्लादेश पर अपना प्रभाव बढ़ा रहा है। इस प्रकार, चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश तीनों मिलकर भारत के खिलाफ एक खतरनाक गठबंधन बना रहे हैं।

भारत की सीमाएं चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश तीनों से जुड़ी हुई हैं। इसलिए, सीमा पर थोड़ी सी भी अशांति होने पर भारत को एक साथ तीन मोर्चों पर उलझना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, चीन अब इतना शक्तिशाली हो गया है कि वह म्यांमार की सीमा पर भी भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। इसके अतिरिक्त, वह मालदीव के माध्यम से दक्षिण में हिंद महासागर में भी भारत की समस्याओं को बढ़ा सकता है। यह सब कुछ न केवल भारत के लिए, बल्कि अमेरिका के लिए भी संभालना मुश्किल हो सकता है।

अमेरिका के अधिकारी भी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को वैश्विक राजनीति में सबसे बड़ा खतरा मानते हैं। चीन के खुफिया अभियान अब पाकिस्तान से आगे बढ़कर बांग्लादेश में फैल रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन गतिविधियों को देखते हुए भारत को सतर्क और सक्रिय रहना चाहिए ताकि इस सुरक्षा चुनौती का सामना किया जा सके। ये खतरे केवल जमीनी सीमाओं पर ही नहीं, बल्कि समुद्र में भी दिखाई दे रहे हैं। वर्तमान में, पाकिस्तान भारत में नशीली दवाओं की तस्करी का सबसे बड़ा स्रोत है। इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान में अवैध हथियारों की आपूर्ति के प्रयास भी किए जा रहे हैं।

चीन ने बांग्लादेश के लिए पाकिस्तान को एक लॉन्चिंग पैड बना दिया है। चीन जानता है कि यदि वह सीधे बांग्लादेश में हस्तक्षेप करता है, तो इसका विरोध होगा, जिसका फायदा भारत उठाएगा। इसलिए, वह पाकिस्तान के माध्यम से बांग्लादेश को अपने नियंत्रण में करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य नेता वर्तमान में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ सीधे संपर्क में हैं। माना जा रहा है कि इसके पीछे चीन की रणनीति काम कर रही है, जिसके तहत वह बांग्लादेश को अपने प्रभाव में लेकर भारत को घेरने की कोशिश कर रहा है।