बीजेपी में दो सुर: योगी का 80-20, गडकरी का जाति पर लात
बीजेपी में दो दिग्गज नेताओं, योगी आदित्यनाथ और नितिन गडकरी के बयानों से चर्चा छिड़ गई है। योगी आदित्यनाथ ने 2027 के चुनाव को 80 बनाम 20 की लड़ाई बताया, वहीं नितिन गडकरी ने जातिवाद के खिलाफ सख्त लहजे में बात की। गडकरी ने कहा कि जाति की बात करने वालों को वे लात मारेंगे। उनके इस बयान का कई विपक्षी दलों ने समर्थन किया है। गडकरी हमेशा से पार्टी लाइन से अलग हटकर बोलते रहे हैं, जबकि योगी आदित्यनाथ कट्टर हिंदुत्व की छवि रखते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर 80 बनाम 20 की लड़ाई का जिक्र किया।
वहीं, नितिन गडकरी ने जातिवाद के खिलाफ बोलते हुए कहा कि जो जाति की बात करेगा, उसे वे लात मारेंगे। गडकरी अक्सर पार्टी लाइन से अलग राय रखते हैं, जिससे नई बहस छिड़ जाती है।
गडकरी ने नागपुर में कहा कि किसी के साथ जाति, धर्म, भाषा या लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपने गुणों से बड़ा होता है, जाति से नहीं।
गडकरी ने यह भी कहा कि वे अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करेंगे, चाहे कोई उन्हें वोट दे या न दे। उन्होंने शिक्षा को समाज और देश के विकास के लिए जरूरी बताया।
गडकरी पहले भी पार्टी लाइन से हटकर बयान देते रहे हैं, जिसके चलते विरोधी दल भी उनकी तारीफ करते हैं। उनके मुस्लिम समुदाय के बारे में दिए गए बयान से बीजेपी में कुछ लोग असहज हो सकते हैं, लेकिन कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी ने उनका समर्थन किया है।
योगी आदित्यनाथ ने 80-20 फॉर्मूले की बात करके 2027 के चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि 2027 की लड़ाई 80 बनाम 20 की होगी।
सवाल यह है कि बीजेपी में दो बड़े नेताओं की राय अलग-अलग क्यों है। गडकरी हमेशा सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की बात करते हैं, जबकि योगी आदित्यनाथ कट्टर हिंदुत्व की राह पर चलते हैं।