बेटे को महिलाओं का सम्मान करना सिखाएं: विकास दिव्यकीर्ति

विकास दिव्यकीर्ति ने पेरेंटिंग पर जोर देते हुए कहा कि बेटों को महिलाओं का सम्मान करना सिखाना चाहिए। उन्हें घर के कामों में हाथ बंटाने, अपनी भावनाओं को व्यक्त करने, आत्म-सम्मान के साथ जीने और बड़ों का आदर करने की सीख देनी चाहिए। लड़कों को यह सिखाना महत्वपूर्ण है कि वे महिलाओं के साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा वे अपनी मां और बहन के साथ करते हैं।

Mar 11, 2025 - 11:16
बेटे को महिलाओं का सम्मान करना सिखाएं: विकास दिव्यकीर्ति
विकास दिव्यकीर्ति की पेरेंटिंग टिप्स: बेटों को सिखाएं महिलाओं का सम्मान

दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी पेरेंटिंग से जुड़ी एक महत्वपूर्ण बात साझा की है। उन्होंने बताया कि वे अपने बेटे को हमेशा यह सिखाते हैं कि जैसा व्यवहार वह अपनी बहन या मां के लिए नहीं चाहेगा, वैसा ही व्यवहार उसे किसी भी महिला, चाहे वह गर्लफ्रेंड हो या पत्नी, के साथ नहीं करना चाहिए।

बेटों को क्या सिखाना चाहिए:

घर के काम: विकास दिव्यकीर्ति कहते हैं कि लड़कों को घर के कामों में भी हाथ बंटाना चाहिए। यह धारणा गलत है कि घर के काम सिर्फ लड़कियों के लिए होते हैं।

भावनाओं को व्यक्त करना: लड़कों को रोने से नहीं रोकना चाहिए। रोना भावनाओं को व्यक्त करने का एक तरीका है और हर किसी को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अधिकार है।

आत्म-सम्मान: बेटों को आत्म-सम्मान के साथ जीना सिखाना चाहिए। उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को पूरी ईमानदारी से निभाना सिखाएं।

बड़ों का सम्मान: बेटों को माता-पिता और बड़ों का सम्मान करना सिखाएं। उन्हें बताएं कि उनकी सेवा करना और उनकी बात मानना सबसे बड़ा धर्म है।