सुनीता विलियम्स की वापसी में फिर देरी, एलन मस्क की कंपनी को मिली जिम्मेदारी
सुनीता विलियम्स की आईएसएस से वापसी फिर टल गई है। नासा और स्पेसएक्स मिलकर उन्हें वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण देरी हो रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यह जिम्मा एलन मस्क को सौंपा था, लेकिन उनकी कंपनी अभी तक असफल रही है। 12 मार्च को फाल्कन 9 रॉकेट की लॉन्चिंग हाइड्रोलिक सिस्टम में गड़बड़ी के कारण टल गई थी, अब 15 मार्च को फिर से लॉन्चिंग की जाएगी। अगर यह सफल रहा, तो सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 19 मार्च तक धरती पर वापस आ सकेंगे। अंतरिक्ष से वापसी के दौरान कई खतरे भी हैं, और धरती पर आने के बाद एस्ट्रोनॉट को चलने में भी दिक्कत हो सकती है।

खबरों के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष से वापस लाने का जिम्मा एलन मस्क को सौंपा था। हालांकि, मस्क की कंपनी इस जिम्मेदारी को पूरा करने में अभी तक असफल रही है।
12 मार्च को फ्लोरिडा स्थित नासा के स्पेस सेंटर से फाल्कन 9 रॉकेट को लॉन्च करने की तैयारी थी, लेकिन ग्राउंड क्लैंप आर्म के हाइड्रोलिक सिस्टम में गड़बड़ी के कारण इसे टाल दिया गया। अब 15 मार्च को भारतीय समय के अनुसार सुबह 4 बजे फिर से लॉन्चिंग की जाएगी। अगर यह सफल रहा, तो सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 19 मार्च तक धरती पर वापस आ सकेंगे।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले साल 5 जून को स्पेस मिशन पर गए थे। उन्हें 8 दिन में वापस आना था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते उन्हें 9 महीने से ज्यादा समय तक अंतरिक्ष में ही रहना पड़ा है।
अंतरिक्ष से धरती पर वापसी के दौरान कई खतरे भी हैं। स्पेसक्राफ्ट को वायुमंडल में 28 हजार किमी प्रतिघंटा की गति से प्रवेश करना होता है, और घर्षण के कारण 1500 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा गर्मी उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा, अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण न होने के कारण धरती पर आने के बाद एस्ट्रोनॉट को चलने में भी दिक्कत हो सकती है।