ट्रेन के एसी कोच में चूहे: यात्री ने शेयर किया वीडियो, रेलवे का जवाब
साउथ बिहार एक्सप्रेस के एसी कोच में चूहे मिलने से यात्री प्रशांत कुमार परेशान हो गए। उन्होंने सोशल मीडिया पर शिकायत की, जिसके बाद रेलवे ने कोच की सफाई करवाई। यात्री ने कोच में चूहों का वीडियो शेयर किया और रेलवे से सवाल पूछे। रेलवे ने जवाब में कहा कि कोच की सफाई की गई और चूहों को हटाने के उपाय किए गए। इस घटना पर सोशल मीडिया पर लोगों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ ने इसे आम बात बताया तो कुछ ने चिंता जताई।

इस बार मामला थोड़ा अलग है क्योंकि हाल ही में एक यात्री ने साउथ बिहार एक्सप्रेस के एसी कोच में चूहे के घूमने का वीडियो शेयर किया। इसके साथ ही यात्री ने ट्रेन में सफाई का मुद्दा उठाकर नई बहस छेड़ दी है। प्रशांत कुमार नाम के यात्री ने साउथ बिहार एक्सप्रेस के एसी कोच में चूहों की मौजूदगी का वीडियो शेयर कर हंगामा मचा दिया है।
पूरा मामला 6 मार्च 2025 का है। प्रशांत कुमार ने साउथ बिहार एक्सप्रेस में सेकंड एसी का टिकट दो हजार रुपये से ज्यादा में खरीदा था। उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें आरामदायक सफर मिलेगा।
हालांकि, आरा-दुर्ग ट्रेन में चढ़ने पर उन्हें झटका लगा। उन्होंने देखा कि उनके कोच में कई चूहे घूम रहे थे। चूहों का वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने एक्स पर लिखा, 'पीएनआर 6649339230, ट्रेन 13288, कोच A1 में कई चूहे हैं। ये चूहे सीटों और सामान पर चढ़ रहे हैं। क्या इसलिए मैंने AC 2 क्लास का इतना महंगा टिकट लिया था?'
प्रशांत कुमार के शेयर किए गए वीडियो में साफ दिख रहा है कि चूहे कोच में इधर-उधर भाग रहे हैं। प्रशांत कुमार ने तुरंत रेलवे की हेल्पलाइन (139) पर शिकायत की। इसके बाद ट्रेन के कर्मचारियों ने कोच में कॉकरोच मारने वाली दवा छिड़क दी। लेकिन प्रशांत कुमार ने Reddit पर बताया कि इससे हालत और खराब हो गई। उन्हें चूहों के साथ-साथ दवा की बदबू भी झेलनी पड़ी। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी शिकायत को अपने आप क्लोज कर दिया गया।
इस घटना पर रेलवे ने बाद में प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'ट्रेन नंबर 13288 के यात्रियों द्वारा 06-03-2025 को आरा से चलने वाली ट्रेन में A-1 कोच के 49 और 50 नंबर सीटों पर चूहों के चढ़ने की ट्विटर पर शिकायत मिली। इसके बाद, ओबीएस स्टाफ ने कोच नंबर A-1 की हर तरह से सफाई लाइजॉल डिसइंफेक्टेंट से की। उसके बाद, बैठने की जगह के नीचे मच्छर भगाने वाला स्प्रे किया गया और सीट के नीचे ग्लू पैड लगाया गया।' वहीं इस घटना पर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आईं, कुछ लोगों ने इसे भारतीय रेल के लिए आम बात बताया तो कुछ ने स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं पर जोर दिया।