पृथ्वीराज सुकुमारन: स्टारडम नहीं, एक्टिंग मेरा पहला प्यार
मलयालम अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन ने कहा कि डायरेक्शन पार्ट-टाइम जॉब है, एक्टिंग उनका पहला प्यार। उन्होंने स्टारडम को नहीं, बल्कि कहानी को महत्व दिया। उन्होंने रजनीकांत को डायरेक्ट करने की इच्छा जताई और मोहनलाल के साथ काम करने के अनुभव को साझा किया। पृथ्वीराज ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें अपने जुनून के लिए अच्छी सैलरी मिल रही है, और वह हर पल के लिए शुक्रगुजार हैं। उनके लिए 'शो मस्ट गो ऑन' जैसा कुछ नहीं है।

मलयालम सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अपने करियर और एक्टिंग के प्रति अपने समर्पण के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि डायरेक्शन उनके लिए एक पार्ट-टाइम जॉब है, जबकि एक्टिंग उनका पहला प्यार है।
स्टारडम नहीं, कहानी है अहम
पृथ्वीराज ने कहा कि वह फिल्में चुनते समय स्टारडम को नहीं देखते, बल्कि कहानी में अपील होनी चाहिए। उन्होंने 'एल 2: एम्पुरान' में जैसे भव्य सीन दिए, जो आमतौर पर तेलुगू और तमिल फिल्मों में देखने को मिलते हैं। इस बारे में उन्होंने कहा कि यह सब कहानी की मांग थी और उन्होंने हमेशा रियल लोकेशन पर शूटिंग करने की कोशिश की है।
रजनीकांत को डायरेक्ट करने की इच्छा
पृथ्वीराज ने रजनीकांत को डायरेक्ट करने की इच्छा भी जताई, लेकिन उन्होंने कहा कि वह तभी ऐसा करेंगे जब उन्हें कोई ऐसी कहानी मिलेगी जो रजनीकांत सर को डिजर्व करती हो। उन्होंने मोहनलाल के साथ काम करने के अनुभव को भी साझा किया और कहा कि मोहनलाल सेट पर स्टार होने की बात को भूल जाते हैं और खुद को डायरेक्टर और कहानी के प्रति समर्पित कर देते हैं।
'शो मस्ट गो ऑन' जैसा कुछ नहीं
अपने करियर के बारे में बात करते हुए पृथ्वीराज ने कहा कि वह बहुत भाग्यशाली हैं कि वह वह काम कर रहे हैं जिससे वह सबसे ज्यादा प्यार करते हैं और इसके लिए उन्हें अच्छी खासी सैलरी भी मिल रही है। उन्होंने कहा कि उनके लिए 'शो मस्ट गो ऑन' जैसा कुछ नहीं है और वह हर पल के लिए शुक्रगुजार हैं जब वह सेट पर होते हैं।