चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी: पाकिस्तान को भारी नुकसान, खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती!

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी करना भारी नुकसानदायक साबित हुआ है। 869 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद पीसीबी को 739 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जिसके चलते घरेलू टी20 खिलाड़ियों की मैच फीस में बड़ी कटौती करनी पड़ी। टूर्नामेंट में पाकिस्तान टीम का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। स्टेडियमों के नवीनीकरण पर 560 करोड़ रुपये खर्च हुए। मेजबानी फीस और टिकटों की बिक्री से PCB को केवल 52 करोड़ रुपये की ही आमदनी हुई। पीसीबी के इस फैसले से घरेलू खिलाड़ी काफी निराश हैं, क्योंकि टीम XI के खिलाड़ियों की फीस में 90 प्रतिशत की कटौती की गई है। इस घटना ने पीसीबी के लिए एक बड़ी सीख छोड़ दी है, और भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए बेहतर वित्तीय योजना बनाने की आवश्यकता है।

Mar 17, 2025 - 17:05
चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी: पाकिस्तान को भारी नुकसान, खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती!
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी करना महंगा पड़ गया। टूर्नामेंट के आयोजन में 869 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद पीसीबी को 739 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान की वजह से पीसीबी को अपने घरेलू टी20 खिलाड़ियों की मैच फीस में 90 प्रतिशत तक की कटौती करनी पड़ी है, जिससे खिलाड़ियों में निराशा है।

पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट से दोहरी मार झेलनी पड़ी है। एक तरफ तो उसकी टीम अपने घरेलू मैदान पर ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई, दूसरी तरफ टूर्नामेंट के आयोजन में भारी खर्च के बावजूद उसे उम्मीद के मुताबिक फायदा नहीं हुआ। स्टेडियमों के नवीनीकरण पर 560 करोड़ रुपये और अन्य तैयारियों पर 347 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि मेजबानी फीस और टिकटों की बिक्री से सिर्फ 52 करोड़ रुपये की कमाई हुई।

29 साल बाद पाकिस्तान में किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था, जिससे पीसीबी को अच्छी कमाई की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इस नुकसान ने पीसीबी की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर दिया है, और उसे खिलाड़ियों की मैच फीस में कटौती करने का फैसला लेना पड़ा है। टीम XI के खिलाड़ियों की फीस में 90 प्रतिशत और रिजर्व खिलाड़ियों की फीस में 12.50 प्रतिशत की कटौती की गई है।

अब यह देखना होगा कि पीसीबी इस मुश्किल से कैसे उबरता है और अपनी आर्थिक स्थिति को कैसे सुधारता है। इस घटना से उसे यह सीख मिली है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए बेहतर वित्तीय योजना बनाना जरूरी है। साथ ही, टीम के प्रदर्शन को भी सुधारना होगा ताकि दर्शकों की संख्या बढ़े और राजस्व में वृद्धि हो। इस पूरे घटनाक्रम ने पाकिस्तान क्रिकेट के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं, और पीसीबी के लिए आने वाले समय में चुनौतियां कम नहीं होंगी।