नौचंदी मेले में बवाल: मंत्री के दखल के बाद नोडल अफसर बदले गए
मेरठ में नौचंदी मेले के नोडल अफसर को भाजपा पार्षदों के विरोध के बाद बदल दिया गया। पार्षदों का आरोप था कि जिला प्रशासन ने मेयर का इंतजार किए बिना मेले का उद्घाटन कर दिया। मेयर ने कहा कि नगर निगम की जिम्मेदारी थी, लेकिन जिलाधिकारी ने सीडीओ को नोडल अफसर बना दिया। पशुपालन मंत्री के हस्तक्षेप के बाद सीडीओ को हटाकर नगर आयुक्त को नोडल अफसर बनाया गया। नौचंदी मेला 400 साल पुराना है और हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोग इसमें भाग लेते हैं।

मेरठ में नौचंदी मेले के नोडल अफसर को बदल दिया गया है। यह बदलाव भाजपा पार्षदों के विरोध के बाद हुआ। पार्षदों का कहना था कि जिला प्रशासन ने मेरठ के मेयर हरिकांत अहलुवालिया का इंतजार किए बिना मेले का उद्घाटन कर दिया।
मेयर अहलुवालिया ने कहा कि यह मेला मेरठ नगर निगम और जिला पंचायत मिलकर आयोजित करते हैं। इस बार नगर निगम की जिम्मेदारी थी, लेकिन जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) को नोडल अफसर बना दिया, जबकि यह जिम्मेदारी नगर आयुक्त को मिलनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि जिलाधिकारी और सीडीओ ने किसी भाजपा विधायक या सांसद के बिना ही मेला क्यों शुरू कर दिया।
इस घटना के बाद भाजपा पार्षदों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान राज्य के पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि इस मामले को उनके सामने लाया गया है और सीडीओ को हटा दिया गया है। अब नगर आयुक्त नौचंदी मेले के नए नोडल अफसर होंगे।
नौचंदी मेला लगभग 400 साल पुराना है। यह हजरत बाले मियां की दरगाह और चंडी देवी मंदिर के पास लगता है। इस मेले में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग आते हैं।