म्यांमार में सेना का ऐलान: 2026 में होंगे आम चुनाव, जुंटा प्रमुख ने दी जानकारी
म्यांमार में सेना प्रमुख ने 2026 तक आम चुनाव कराने का ऐलान किया है। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब सेना को विद्रोही बलों से नुकसान हो रहा है। चुनाव दिसंबर तक या जनवरी 2026 तक होने की उम्मीद है। 53 राजनीतिक दलों ने भागीदारी के लिए आवेदन किया है। आलोचकों का मानना है कि सेना के नियंत्रण में होने वाले चुनाव स्वतंत्र नहीं होंगे। आंग सान सू की की सरकार का तख्तापलट करने के बाद सेना ने चुनाव कराने की बात कही है, लेकिन प्रक्रिया में देरी की है। सू की को 27 साल की जेल हुई है।

म्यांमार में गृहयुद्ध के चलते सेना प्रमुख ने देश में आम चुनाव कराने का ऐलान किया है। जनरल मिन आंग ने यह घोषणा ऐसे समय में की है, जब सेना को विद्रोही बलों से भारी नुकसान हुआ है। म्यांमार की सरकारी मीडिया के अनुसार, चुनाव अगले 10 महीनों में हो सकते हैं, संभवत: दिसंबर तक या जनवरी 2026 तक।
जनरल मिन आंग ने बेलारूस में कहा कि 53 राजनीतिक दलों ने भागीदारी के लिए आवेदन किया है, लेकिन उन्होंने चुनाव की तारीख नहीं बताई। यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब लोकतंत्र समर्थक लड़ाकों और जातीय समूहों ने सेना के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़ रखा है, जिससे सेना को कई क्षेत्रों में नियंत्रण खोना पड़ा है।
फरवरी 2021 में, सेना ने आंग सान सू की की सरकार का तख्तापलट कर दिया, जिससे देश में व्यापक संघर्ष शुरू हो गया। सेना ने बार-बार चुनाव कराने की बात कही है, लेकिन प्रक्रिया में देरी की है। आलोचकों का मानना है कि सेना के नियंत्रण में होने वाले चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं होंगे, क्योंकि स्वतंत्र मीडिया पर प्रतिबंध है और आंग सान सू की के नेतृत्व वाली नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी के कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। सू की को 27 साल की जेल की सजा सुनाई गई है।
आम चुनाव की योजना को सेना के कब्जे को वैध बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।