रूस-यूक्रेन वार्ता: जंग खत्म होने की उम्मीद
रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से अधिक समय से चल रही जंग को समाप्त करने के लिए पहली बार दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल इस्तांबुल में मिले। यह वार्ता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव के कारण हुई। यूक्रेन ने 30 दिन के युद्धविराम, अगवा बच्चों की वापसी और युद्धबंदियों की अदला-बदली की मांग की है, जबकि रूस ने चिंता जताई है कि यूक्रेन इसका इस्तेमाल सेना को मजबूत करने के लिए कर सकता है। यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर टालमटोल का आरोप लगाया है।

यह वार्ता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव के कारण संभव हो पाई। तुर्किए के न्यूज चैनलों ने इस चर्चा को महत्वपूर्ण बताया है। रूस ने कहा है कि वह कूटनीतिक तरीकों से युद्ध को खत्म करना चाहता है और युद्ध विराम पर बात करने को तैयार है, लेकिन उसने कुछ चिंताएं भी व्यक्त की हैं।
यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने कहा कि शांति तभी संभव है जब रूस 30 दिन का युद्ध विराम करे, अगवा किए गए यूक्रेनी बच्चों को वापस करे और युद्धबंदियों की अदला-बदली करे। रूस ने इन मांगों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यूक्रेन युद्ध विराम का उपयोग अपनी सेना को आराम देने, सैनिकों की संख्या बढ़ाने और पश्चिमी हथियारों को प्राप्त करने के लिए कर सकता है।
यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर आरोप लगाया है कि वह इस मामले में टालमटोल कर रहे हैं और शांति को लेकर गंभीर नहीं हैं।