म्यांमार में भूकंप: वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी, 1600 की मौत
म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप ने तबाही मचाई, जिससे 1600 लोगों की मौत हो गई। वैज्ञानिकों ने आफ्टरशॉक्स की चेतावनी दी है। भारत ने 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत सहायता भेजी है। चीन भी मदद कर रहा है। भूकंप से बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है, जिससे बचाव कार्य बाधित हो रहा है।
म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप से लोगों के दिलों में दहशत है। 7.7 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई और लगभग 1600 लोग मारे गए। भूवैज्ञानिकों ने आफ्टरशॉक्स की चेतावनी दी है। जेस फीनिक्स के अनुसार, इस भूकंप से 334 परमाणु बमों के बराबर ऊर्जा निकली। उन्होंने बताया कि 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद लंबे समय तक आफ्टरशॉक्स आ सकते हैं। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र म्यांमार के मांडले शहर में था और यह 10 किलोमीटर की गहराई में आया था। म्यांमार के अधिकारियों के अनुसार, मरने वालों की संख्या 1600 है, जबकि USGS का अनुमान है कि यह 10,000 से अधिक हो सकती है। फीनिक्स ने बताया कि भारतीय टेक्टोनिक प्लेट के यूरोशियन प्लेट से टकराने के कारण महीनों तक आफ्टरशॉक्स आ सकते हैं। भारत ने म्यांमार में भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए 'ऑपरेशन ब्रह्मा' शुरू किया है, जिसके तहत मेडिकल यूनिट, बचाव दल, कंबल, तिरपाल, हाइजीन किट, स्लीपिंग बैग, सोलर लैंप, खाने के पैकेट और किचन सेट भेजे गए हैं। चीन ने भी म्यांमार की मदद के लिए राहत सामग्री और चिकित्सा सहायता भेजी है। म्यांमार की सैन्य सरकार ने 1644 से अधिक मौतों की पुष्टि की है। भूकंप से सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे बचाव कार्य मुश्किल हो रहा है। घायलों की संख्या लगभग 2400 है और कई इलाकों में बचाव अभियान जारी है।