गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाकर मायावती ने साधा दलित वोट बैंक?
बसपा प्रमुख मायावती ने गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाकर सपा पर दलित अपमान का आरोप लगाया है। उन्होंने अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा को 1995 का गेस्ट हाउस कांड याद करने और उस पर पछतावा करने की नसीहत दी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह पूरा विवाद दलित वोट बैंक को लेकर है और मायावती अपने घटते वोट बैंक को बचाने की कोशिश कर रही हैं। सपा ने दलित सांसद के माध्यम से बयान जारी करवाया, जिसके बाद अखिलेश यादव ने भी इसे दलितों पर हमला बताया।

मायावती ने अखिलेश यादव के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने रामजी लाल सुमन के आवास पर हुई तोड़फोड़ को दलितों पर हमला बताया था। मायावती ने सपा को गेस्ट हाउस कांड याद करने और उस पर पछतावा करने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि सपा को आगरा की घटना की आड़ में राजनीतिक रोटियां सेंकना बंद करना चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह पूरा विवाद दलित वोट बैंक को लेकर है। भाजपा, सपा और बसपा तीनों ही दलितों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही हैं। मायावती अपने घटते वोट बैंक को बचाने के लिए सक्रिय हो गई हैं और उन्होंने सपा को गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाकर पलटवार किया है।
सपा ने दलित सांसद के माध्यम से बयान जारी करवाया, जिसके बाद अखिलेश यादव ने भी इसे दलितों पर हमला बताया। दलित वोट बैंक लंबे समय तक बसपा का गढ़ रहा है, लेकिन 2012 के बाद से बसपा का प्रदर्शन लगातार गिर रहा है। भाजपा और कांग्रेस ने भी दलित वोट बैंक में सेंध लगाई है।