महिला संवाद: नीतीश कुमार का चुनावी दांव, महिला मतदाताओं को साधने की कवायद

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव से पहले महिला मतदाताओं को साधने के लिए 'महिला संवाद' अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत, 60 दिनों में 70 हजार स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें 2 करोड़ महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। नीतीश कुमार ने पटना में 'महिला संवाद रथ' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए किए गए कार्यों और योजनाओं की जानकारी देना है। कार्यक्रम में महिलाओं से उनकी समस्याओं और सुझावों पर भी चर्चा की जाएगी।

Apr 18, 2025 - 19:54
महिला संवाद: नीतीश कुमार का चुनावी दांव, महिला मतदाताओं को साधने की कवायद
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए 'महिला संवाद' अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिला मतदाताओं को साधना है, क्योंकि वे पहले से ही नीतीश कुमार की पार्टी के प्रति झुकाव रखती हैं।

नीतीश कुमार ने प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसके तहत अगले 60 दिनों में 70 हजार स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान में 600 प्रचार गाड़ियां लगाई गई हैं, जिसका लक्ष्य दो करोड़ महिलाओं तक सीधी पहुंच बनाना है।

पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 'महिला संवाद रथ' को रवाना किया। इस पूरे प्रोजेक्ट का जिम्मा ग्रामीण विकास विभाग को सौंपा गया है, जिसके मंत्री श्रवण कुमार हैं। विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री और उनकी टीम के सामने इस अभियान का प्रेजेंटेशन दिया और एक वीडियो फिल्म भी दिखाई।

इस अभियान के तहत बिहार के सभी गांवों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें 2 करोड़ से अधिक महिलाओं के भाग लेने की संभावना है। कार्यक्रम में महिलाओं को राज्य सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए किए गए कार्यों और योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। सरकार के कार्यों को वीडियो फिल्म के माध्यम से दिखाया जाएगा और इसके लिए हर कार्यक्रम स्थल पर जागरुकता वाहन तैनात किया जाएगा।

कार्यक्रम के दौरान महिलाओं से उनकी समस्याओं और सुझावों पर भी चर्चा की जाएगी, जिन्हें जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को भेजा जाएगा ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके। इस अभियान का मुख्य लक्ष्य विधानसभा चुनाव से पहले महिला मतदाताओं को एकजुट करना है।