लखनऊ में ऑटो चालकों के वेश में लुटेरे, साल भर में 50 वारदातें
लखनऊ में ऑटो चालकों के वेश में लुटेरों का आतंक बढ़ रहा है, जहाँ वे यात्रियों को सुनसान रास्तों पर लूटते और मारपीट करते हैं। पिछले एक साल में 50 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं। पुलिस ने बताया कि ये लुटेरे चारबाग रेलवे स्टेशन, आलमबाग, रायबरेली रोड और अयोध्या रोड जैसे इलाकों में सक्रिय हैं। पुलिस सभी ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन कराएगी और यात्रियों से सतर्क रहने की अपील की है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ ऑटो चालक बनकर लुटेरे यात्रियों को अपना शिकार बना रहे हैं। ये अपराधी सुनसान रास्तों पर यात्रियों को लूटते हैं और मारपीट करते हैं। पिछले एक साल में इस तरह की 50 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है।
कैसे देते हैं वारदात को अंजाम:
ये लुटेरे ऑटो चालकों के वेश में चारबाग रेलवे स्टेशन, आलमबाग, रायबरेली रोड और अयोध्या रोड जैसे व्यस्त इलाकों में घूमते हैं। वे यात्रियों को खराब रास्तों या बंद रास्तों का बहाना बनाकर सुनसान जगहों पर ले जाते हैं और वहां उन्हें लूट लेते हैं। कुछ मामलों में यात्रियों के साथ मारपीट और हिंसा भी की जाती है।
कुछ प्रमुख मामले:
* 4 जून 2024 को पंचम खेड़ा के मेडिकल स्टोर संचालक देव रंजन तिवारी को चारबाग जंक्शन जाने के लिए ऑटो में बैठे थे, तभी उनसे 32 हजार रुपये लूट लिए गए और उन्हें बुरी तरह पीटा गया।
* अक्टूबर 2022 में हुसैनगंज से विभूतिखंड ट्यूशन पढ़ाने निकली एक शिक्षिका को ऑटो सवारों ने कठौता झील के पास किडनैप कर लिया और फिनिक्स पलासियो मॉल के पास गैंगरेप किया।
* 21 जून 2018 को बलिया की संस्कृति राय की हत्या कर दी गई थी, जब वह गुडंबा से पॉलिटेक्निक के लिए ऑटो ले रही थी। ऑटो चालकों ने लूटपाट के दौरान उसकी हत्या कर दी थी।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस उपायुक्त अपराध कौशल कुमार दीक्षित ने कहा है कि सभी ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन कराया जाएगा ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके। उन्होंने यात्रियों से भी सतर्क रहने की अपील की है।