नशे में टीआई! वकीलों ने इंदौर हाई कोर्ट चौराहे पर किया हंगामा

इंदौर में वकीलों ने पुलिस द्वारा एक वकील पर केस दर्ज करने के विरोध में प्रदर्शन किया, आरोप लगाया कि थानेदार नशे में थे और उनकी वर्दी फाड़ दी। घटना होली के दिन हुई मारपीट से संबंधित है। वकीलों ने हाई कोर्ट चौराहे पर चक्का जाम किया, जिससे यातायात बाधित हुआ। तुकोगंज पुलिस स्टेशन के प्रभारी जितेंद्र सिंह यादव को वकीलों ने घेर लिया और उन पर नशे में होने का आरोप लगाया। एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने निष्पक्ष जांच की बात कही।

Mar 16, 2025 - 08:41
नशे में टीआई! वकीलों ने इंदौर हाई कोर्ट चौराहे पर किया हंगामा
इंदौर में वकीलों ने शनिवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे शहर में अफरा-तफरी मच गई। वकीलों ने परदेशीपुरा पुलिस स्टेशन द्वारा एक केस दर्ज किए जाने के विरोध में हाई कोर्ट चौराहे पर प्रदर्शन किया। वकीलों ने पुलिस स्टेशन के प्रभारी पर शराब के नशे में होने का आरोप लगाया और उनकी वर्दी फाड़ दी, जिसके बाद मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।

यह घटना मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के परदेशीपुरा पुलिस स्टेशन के इलाके में होली के दिन हुई मारपीट से संबंधित है, जिसने तूल पकड़ लिया। वकीलों ने हाई कोर्ट चौराहे पर चक्का जाम कर दिया, जिससे लगभग दो घंटे तक यातायात बाधित रहा। वकीलों ने परदेशीपुरा पुलिस द्वारा अपने एक सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज करने का विरोध किया। यह मामला होली के दिन परदेशीपुरा पुलिस स्टेशन के इलाके में सामने आया था, जहां एक वकील और उसके भाइयों को एक बुजुर्ग के साथ मारपीट करते हुए सीसीटीवी फुटेज में कैद किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था।

विरोध प्रदर्शन के दौरान, तुकोगंज पुलिस स्टेशन के प्रभारी जितेंद्र सिंह यादव मौके पर पहुंचे, लेकिन वकीलों ने उन्हें घेर लिया और उन पर शराब के नशे में होने का आरोप लगाया। स्थिति तेजी से बिगड़ गई, जिसके कारण वकीलों ने पुलिस स्टेशन के प्रभारी को खदेड़ दिया। इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर एक एसीपी की वर्दी भी फाड़ दी। हालांकि पुलिस किसी तरह से पुलिस स्टेशन के प्रभारी को बचाने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाने में सफल रही।

पुलिस स्टेशन के प्रभारी जितेंद्र सिंह यादव ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि वह नशे में नहीं थे और किसी भी चिकित्सा परीक्षण से गुजरने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि वह पुलिस आयुक्त से मिलकर लौटे ही थे कि यह विवाद शुरू हो गया। एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने कहा कि हाई कोर्ट चौराहे पर विरोध प्रदर्शन के बाद एक प्रारंभिक जांच की जाएगी, आरोपों के घेरे में आए अधिकारियों को निलंबित किया जाएगा और मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। उन्होंने पुलिस स्टेशन के प्रभारी के साथ मारपीट की घटना पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।