इंडोनेशिया ने ब्रह्मोस मिसाइल पर दिया बयान, चीन का 'दुश्मन' बोला
इंडोनेशिया ने भारत से ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने की अटकलों पर पहली बार बयान दिया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। वियतनाम के रक्षा मंत्री के साथ मीटिंग के बाद ब्रह्मोस और अन्य मिसाइल सिस्टम्स पर विचार किया जा रहा है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने 2023 में कहा था कि जकार्ता के साथ 200 से 350 मिलियन डॉलर की डील पर बातचीत चल रही है। इंडोनेशिया, ब्रह्मोस के कोस्टल और युद्धपोत वर्जन में इंटरेस्ट दिखा रहा है। कई देशों ने ब्रह्मोस मिसाइल में इंटरेस्ट दिखाया है और फिलीपींस को मिसाइलों की डिलीवरी भी हो चुकी है। भारत ने फिलीपींस को 290 किलोमीटर रेंज वाली ब्रह्मोस दी है।
ब्रह्मोस पर इंडोनेशिया का विचार:
साल 2023 में, ब्रह्मोस एयरोस्पेस, जो भारत और रूस की जॉइंट वेंचर है, ने कहा था कि जकार्ता के साथ 200 से 350 मिलियन डॉलर की डील पर बातचीत चल रही है। वेनास ने कहा कि अभी यह मामला विचाराधीन है और जब तक कोई औपचारिक समझौता नहीं हो जाता, वे कोई आधिकारिक बयान नहीं दे सकते।
कई देशों की ब्रह्मोस में दिलचस्पी:
इंडोनेशिया, ब्रह्मोस के कोस्टल वर्जन और युद्धपोतों पर लगने वाले वर्जन को खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। साउथ-ईस्ट एशिया और मिडिल ईस्ट के कई देशों ने भी ब्रह्मोस मिसाइल में इंटरेस्ट दिखाया है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने 2022 में फिलीपींस के साथ पहला विदेशी समझौता किया था। फिलीपींस को मिसाइलों की डिलीवरी भी हो चुकी है। माना जा रहा है कि फिलीपींस ने इन मिसाइलों को साउथ चाइना सी में तैनात किया है, जिससे चीनी युद्धपोतों को निशाना बनाया जा सके। भारत ने फिलीपींस को जो ब्रह्मोस दी है, उसकी रेंज 290 किलोमीटर है।