सरकार का बड़ा ऐलान: संचार साथी ऐप को डिलीट करना चाहते हैं ? जानें, क्यों इसे रखना जरूरी नहीं!

Sanchar Sathi APP: Amid ongoing controversy, the government stated it's not mandatory to have this app on your phone, and users can delete it if desired, as confirmed by Union Minister Jyotiraditya Scindia.

Dec 2, 2025 - 13:39
सरकार का बड़ा ऐलान: संचार साथी ऐप को डिलीट करना चाहते हैं ? जानें, क्यों इसे रखना जरूरी नहीं!

संचार साथी ऐप के चारों ओर चल रहे विवाद के बीच, सरकार ने स्पष्ट किया है कि इसे अपने फोन में रखना अनिवार्य नहीं है। साथ ही, उपयोगकर्ता इसे आसानी से हटा भी सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को यह जानकारी साझा की। दूरसंचार विभाग ने नवंबर में यह निर्देश दिया था कि भारत में उपयोग हो रहे फोन में संचार साथी ऐप होना आवश्यक होगा। विपक्ष ने इस ऐप के माध्यम से जासूसी के आरोप लगाए हैं।

सिंधिया ने कहा, 'इस ऐप के संदर्भ में न तो कोई जासूसी हो रही है, न ही कॉल मॉनीटरिंग। यदि आप चाहें, तो इसे सक्रिय करें। यदि नहीं चाहते, तो इसे सक्रिय करने की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि आप इसे अपने फोन में रखना चाहते हैं, तो रख सकते हैं। और यदि आप इसे हटाना चाहते हैं, तो हटा दें...। यदि आपको संचार साथी की आवश्यकता नहीं है, तो बेझिझक हटा दें। इसे हटाने में कोई दिक्कत नहीं है।'

उन्होंने कहा, 'यह उपभोक्ता की सुरक्षा से संबंधित है...। यदि आपको इसे हटाना है, तो आप हटा सकते हैं। यह अनिवार्य नहीं है। यदि आप इस ऐप का उपयोग नहीं करना चाहते हैं, तो इस पर रजिस्ट्रेशन नहीं करें। लेकिन हर व्यक्ति को यह जानना आवश्यक है कि यह ऐप चोरी और धोखाधड़ी से सुरक्षा के लिए है। इसे हर व्यक्ति तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। यदि आपको हटाना है, तो हटा दें। यदि उपयोग नहीं करना है, तो रजिस्टर मत करें। जब आप रजिस्टर नहीं करेंगे, तो यह सक्रिय कैसे होगा।'

केंद्रीय मंत्री ने विरोध करने वाले विपक्ष पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, 'जब विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं होता और वह मुद्दा खोजने की कोशिश करता है, तो हम उनकी मदद नहीं कर सकते। हमारी ज़िम्मेदारी उपभोक्ताओं की सहायता और सुरक्षा करना है। संचार साथी वास्तव में क्या है? यह एक ऐप है, एक पोर्टल है, जो हर उपभोक्ता को अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करता है। यह जन भागीदारी का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें लोगों को आपत्ति नहीं, बल्कि स्वागत करना चाहिए।'

उन्होंने कहा, 'इस ऐप के माध्यम से जब आप मोबाइल फोन खरीदते हैं, तो आप आईएमईआई नंबर की सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आज तक संचार साथी पोर्टल के 20 करोड़ डाउनलोड हो चुके हैं। ऐप के डेढ़ करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है। इसकी सफलता का कारण है कि देश का हर नागरिक इस अभियान का हिस्सा बनना चाहता है। वह खुद जन भागीदारी के आधार पर अपनी सुरक्षा को नियमित रूप से सुनिश्चित कर सके।'

उन्होंने बताया, 'अब तक लगभग पौने दो करोड़ फर्जी कनेक्शनों को इसी जन भागीदारी के माध्यम से डिसकनेक्ट किया गया है। लगभग 20 लाख चोरी हुए फोन को ट्रेस किया गया है। साढ़े सात लाख चोरी के फोन उपयोगकर्ताओं के हाथों में वापस लौटाए गए हैं। करीब 21 लाख फोन उपयोगकर्ता की पहचान और रिपोर्ट के आधार पर ही डिसकनेक्ट किए गए हैं...।'