हमीदिया अस्पताल में हंगामा: परिजनों ने डॉक्टरों को पीटा
हमीदिया अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर हमला किया, जिससे तीन डॉक्टर घायल हो गए। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि मृतक के परिजनों ने आईसीयू में घुसकर डॉक्टरों से मारपीट की। डॉक्टरों का कहना है कि पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने सुरक्षा की मांग की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। घटना के वीडियो में लोग डॉक्टरों से मारपीट करते दिख रहे हैं, और पुलिस संदिग्धों की पहचान कर रही है। अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
शनिवार-रविवार की रात आईसीयू-3 में मरीज की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों पर हमला कर दिया, जिससे तीन डॉक्टर घायल हो गए। एक जूनियर डॉक्टर को सिर में गंभीर चोट आई है।
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप गुप्ता ने बताया कि मृतक मरीज डॉली बाई के परिजनों ने आईसीयू में घुसकर डॉक्टरों के साथ मारपीट की। कुछ ही देर में बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए और हथियारों से लैस बदमाशों ने हमला बोल दिया। इस दौरान डॉक्टरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।
डॉक्टरों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है। पहले भी कई बार डॉक्टरों पर हमले हो चुके हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था जस की तस बनी हुई है। जूनियर डॉक्टरों के अनुसार, वे पहले ही मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम, पुलिस कमिश्नर और प्रशासनिक अधिकारियों को सुरक्षा को लेकर पत्र लिख चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
इस घटना के दो वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें कुछ लोग डॉक्टरों से हाथापाई और मारपीट करते दिख रहे हैं। वीडियो के आधार पर पुलिस संदिग्धों की पहचान करने में जुटी हुई है। अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों ने सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।
डॉक्टरों का कहना है कि आए दिन हमले की घटनाओं से वे हतोत्साहित हो रहे हैं। इससे पहले एक महिला डॉक्टर की कार में तोड़फोड़ की गई थी और अस्पताल परिसर में रात के वक्त संदिग्ध लोगों की आवाजाही देखी गई थी। डॉक्टर्स ने मांग की है कि अस्पताल में पुलिस चौकी बने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। फिलहाल, इस मामले में पुलिस जांच जारी है।