कनाडा: ट्रूडो के बाद भी भारत-कनाडा रिश्तों में जमी बर्फ
कनाडा में सरकार बदलने के बाद भी भारत-कनाडा के रिश्तों में कोई खास सुधार नहीं दिख रहा है। भारत ने साफ कर दिया है कि जब तक कनाडा भारत विरोधी तत्वों पर कार्रवाई नहीं करता, तब तक रिश्ते सामान्य नहीं होंगे। जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे, और नई सरकार से भी कोई बदलाव के संकेत नहीं हैं। भारत चाहता है कि कनाडा अपनी धरती पर अलगाववादियों को समर्थन देना बंद करे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत आपसी भरोसे से रिश्तों को सुधारना चाहता है। ट्रूडो ने भारत पर कनाडाई नागरिकों की हत्या का आरोप लगाया था, जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया था।

जस्टिन ट्रूडो के भारत पर गंभीर आरोप लगाने के बाद दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण हो गए थे। अब नई सरकार की तरफ से भी कोई नीतिगत बदलाव के संकेत नहीं मिले हैं। भारत का कहना है कि कनाडा को अपनी धरती पर अलगाववादियों और चरमपंथियों को समर्थन देना बंद करना होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत आपसी भरोसे और संवेदनशीलता के आधार पर रिश्तों को फिर से बनाना चाहता है।
ट्रूडो ने 2023 में भारत पर आरोप लगाया था कि उसकी एजेंसियों ने कनाडाई नागरिकों की हत्या करवाई है, जिसमें हरजीत सिंह निज्जर भी शामिल था, जो एक खालिस्तानी आतंकवादी था। भारत ने इन आरोपों का कड़ा विरोध किया था।