असम: सोशल मीडिया पोस्ट पर कांग्रेस प्रवक्ता गिरफ्तार, क्या है पूरा मामला?
असम कांग्रेस के प्रवक्ता रीतम सिंह को सोशल मीडिया पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया गया, जिसमें उन्होंने भाजपा नेताओं के खिलाफ मामलों की स्थिति के बारे में सवाल उठाया था। कांग्रेस ने इस गिरफ्तारी की निंदा की है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की आलोचना करते हुए इस गिरफ्तारी को अत्याचार बताया। गौरव गोगोई ने भी रीतम सिंह के घर पहुंचकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए। मुख्यमंत्री सरमा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि यह मामला एक दलित महिला के अपमान से जुड़ा है। गोगोई ने असम पुलिस पर राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया।

असम कांग्रेस के प्रवक्ता रीतम सिंह को सोशल मीडिया पोस्ट के चलते गिरफ्तार किया गया। उन्होंने भाजपा नेताओं के खिलाफ मामलों की स्थिति पर सवाल उठाया था। गुवाहाटी पुलिस की मदद से लखीमपुर जिला पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया, जिसके बाद कांग्रेस ने इस कार्रवाई की निंदा की है।
रीतम सिंह का पोस्ट क्या था?
रीतम सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने 2021 के धेमाजी जिले के दुष्कर्म मामले का जिक्र किया। उन्होंने दोषियों को सजा मिलने पर संतोष जताया, लेकिन मानब डेका, भबेश कलिता और राजन गोहेन जैसे नेताओं के बारे में सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि क्या कानून सबके लिए समान है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की आलोचना करते हुए इस गिरफ्तारी को अत्याचार बताया। गौरव गोगोई ने भी रीतम सिंह के घर पहुंचकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने रीतम सिंह को घसीटा और उनसे बात करने की अनुमति नहीं दी।
मुख्यमंत्री का जवाब
मुख्यमंत्री सरमा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि यह मामला एक दलित महिला के अपमान से जुड़ा है। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया।
गोगोई का निशाना
गोगोई ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस पर हमले के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि कांग्रेस नेताओं के ट्वीट पर तुरंत गिरफ्तारी हो रही है। उन्होंने असम पुलिस पर राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया।