महाराष्ट्र चुनाव में सीएम योगी का 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा: मुंबई में लगे पोस्टर, क्या है BJP का प्लान?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हरियाणा चुनाव में चर्चित नारा 'बंटेंगे तो कटेंगे' अब मुंबई की सियासत में भी गूंजने लगा है। मुंबई के विभिन्न इलाकों में योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों के साथ यह नारा लिखे पोस्टर लगाए गए हैं। यह नारा हरियाणा विधानसभा चुनाव में उनकी सफलता का प्रतीक रहा था, और अब महाराष्ट्र में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हरियाणा चुनाव में चर्चित नारा 'बंटेंगे तो कटेंगे' अब मुंबई की सियासत में भी गूंजने लगा है। मुंबई के विभिन्न इलाकों में योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों के साथ यह नारा लिखे पोस्टर लगाए गए हैं। यह नारा हरियाणा विधानसभा चुनाव में उनकी सफलता का प्रतीक रहा था, और अब महाराष्ट्र में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
इन पोस्टरों को भाजपा समर्थक विश्वबंधु राय ने मुंबई में लगवाया है। हालांकि, भाजपा की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इन पोस्टरों ने राजनीतिक हलचल जरूर पैदा कर दी है। हरियाणा में जब योगी ने यह नारा दिया था, तो उन्होंने कहा था, "बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे," और यह नारा वहां काफी प्रभावी साबित हुआ था।
अब महाराष्ट्र के चुनावी माहौल में इस नारे को पेश करना भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम माना जा रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने इस नारे के पीछे की भावना को स्पष्ट करते हुए कहा कि विभाजन से देश ने जो त्रासदी देखी थी, वह इस नारे के पीछे की चेतावनी है। नकवी का कहना है कि यह नारा लोगों को एकजुट रहने की प्रेरणा देता है ताकि विभाजन जैसी स्थिति फिर से न हो।
भाजपा के प्रवक्ता अजीत चव्हाण ने इस मामले पर खुलकर प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उन्होंने इस बात की उम्मीद जताई कि हिंदू समाज इस अपील को समझेगा और इसे गंभीरता से लेगा। उन्होंने कहा, "लोकसभा चुनाव में भी एक वर्ग ने एकजुट होकर वोट दिया था, और अब योगी आदित्यनाथ का यह संदेश राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ समाज को जोड़ने का आह्वान है।"
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग ने पहले ही तारीखों का ऐलान कर दिया है। 22 अक्टूबर को अधिसूचना जारी की जाएगी और 29 अक्टूबर से नामांकन शुरू होंगे। 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। ऐसे में, चुनावी समर में इस नारे का क्या असर होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।