चारधाम यात्रा को लेकर सीएम धामी ने लिया बड़ा फैसला, 31 मई तक ये लोग नहीं कर पाएंगे दर्शन
उत्तराखंड सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। इसके तहत मंदिर से 200 मीटर की दूरी तक मोबाइल फोन प्रतिबंधित रहेंगे। साथ ही 31 मई तक वीआईपीयों के लिए यात्रा प्रतिबंधित किया गया है।
इन दिनों पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ चल रही चारधाम यात्रा में कुछ ऐसे लोग भी पहुंच रहे हैं जिनका मकसद आस्था नहीं, बल्कि घूमना-फिरना और मौज-मस्ती है। ऐसे लोगों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। इसके तहत मंदिर से 200 मीटर की दूरी तक मोबाइल फोन प्रतिबंधित रहेंगे। साथ ही 31 मई तक वीआईपीयों के लिए यात्रा प्रतिबंधित किया गया है।
उत्तराखंड सरकार ने चार धाम के 200 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित कर दिया है, क्योंकि इससे यात्रियों के लिए बनाई गई व्यवस्था में दिक्कत हो रही थी। उत्तराखंड सरकार की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस बारे में बयान भी जारी किया है। इसके साथ ही उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही चार धाम यात्रा पर आने की सलाह दी है, ऐसा न करने पर उन श्रद्धालुओं को रास्ते से ही लौटा दिया जाएगा।
चारधाम में इन दिनों उमड़ी भीड़ से मंदिर पटे पड़े हैं। केदारनाथ में छह दिनों में 1,55,584 यात्री पहुंच चुके हैं। यमुनोत्री धाम में हर दिन 10 हजार से ज्यादा यात्री पहुंच रहे हैं। गंगोत्री धाम में 12 हजार से अधिक यात्री रोजाना आ रहे हैं। दोनों धामों में क्षमता से अधिक यात्री आ रहे हैं। गर्म स्थानों से आए लोगों को परिस्थितियों में ढलने में दिक्कत होती है।
चारों धामों में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. अभी तक 3 लाख 37 हजार यात्री चार दर्शन कर चुके हैं. इनमें केदारनाथ में 1 लाख़ 55 हजार यात्री, बद्रीनाथ में 45 हजार 637 यात्री, गंगोत्री में 66हजार यात्री, जबकि यमुनोत्री में अब तक 70 हजार यात्री दर्शन कर चुके हैं.