यमन चैट लीक: NSA ने ली जिम्मेदारी, ट्रंप ने बताया मामूली गलती

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने यमन पर हमले की योजना के सोशल मीडिया पर लीक होने की जिम्मेदारी ली है। यह घटना तब हुई जब अमेरिकी अधिकारियों ने सिग्नल एप पर एक ग्रुप बनाया, जिसमें गलती से पत्रकार जेफरी गोल्डबर्ग भी शामिल हो गए। गोल्डबर्ग ने इस जानकारी का खुलासा किया, जिससे अमेरिका में हड़कंप मच गया। ट्रंप ने इस घटना को मामूली गलती बताया और वाल्ट्ज का बचाव किया, जबकि डेमोक्रेटिक सांसदों ने प्रशासन की आलोचना की। इस ग्रुप में 18 वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

Mar 26, 2025 - 12:09
यमन चैट लीक: NSA ने ली जिम्मेदारी, ट्रंप ने बताया मामूली गलती
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क। यमन में हूती विद्रोहियों पर हमले की योजना डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट के सदस्यों द्वारा सोशल मीडिया एप सिग्नल पर लीक हो गई। इस गलती की जिम्मेदारी अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने ली है।

अमेरिकी अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर एक ग्रुप बनाया था, जिसमें हमले की योजना साझा की गई थी। इस ग्रुप में गलती से द अटलांटिक पत्रिका के पत्रकार जेफरी गोल्डबर्ग भी जुड़ गए थे। गोल्डबर्ग को हमले की जानकारी इसी ग्रुप से मिली, जिसके बाद उन्होंने इसका खुलासा किया। इस घटना से अमेरिका में हड़कंप मच गया और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी बड़ी लापरवाही माना गया।

एनएसए माइक वाल्ट्ज ने इस घटना की पूरी जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि उन्होंने ही यह ग्रुप बनाया था ताकि सब कुछ समन्वित तरीके से हो। ट्रंप ने वाल्ट्ज का बचाव करते हुए कहा कि यह मामूली गलती है और वाल्ट्ज ने इससे सबक सीख लिया है। ट्रंप ने इस चूक का जिम्मेदार वाल्ट्ज के एक सहयोगी को ठहराया।

द अटलांटिक ने एक लेख में इस मामले का खुलासा किया था, जिसमें बताया गया कि गोल्डबर्ग को जिस ग्रुप में जोड़ा गया था, उसमें हमले की योजना पर चर्चा करने वाले 18 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे। गोल्डबर्ग को लगा कि यह कोई फ्रॉड है, लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि यह असली ट्रंप कैबिनेट है।