राणा सांगा को गद्दार बताने पर रामजी लाल सुमन विवादों में

रामजी लाल सुमन, यूपी की राजनीति में दलित समुदाय के प्रमुख नेता हैं। वे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद हैं। हाल ही में, उन्होंने राणा सांगा को बाबर को भारत लाने का जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें गद्दार बताया, जिससे विवाद खड़ा हो गया। रामजी लाल सुमन का जन्म हाथरस में हुआ था और उन्होंने छात्र राजनीति से अपना करियर शुरू किया। वे 1999 से 2009 तक फिरोजाबाद से सांसद रहे और 1991 में मंत्री भी बने। वे अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं।

Mar 22, 2025 - 17:08
राणा सांगा को गद्दार बताने पर रामजी लाल सुमन विवादों में
हाथरस: उत्तर प्रदेश की राजनीति में रामजी लाल सुमन दलित राजनीति का एक बड़ा चेहरा हैं। वे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव हैं। उन्होंने छात्र राजनीति से अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था।

रामजी लाल सुमन 1999 से 2009 तक फिरोजाबाद लोकसभा सीट से सांसद रहे। 2024 में समाजवादी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा। अखिलेश यादव की पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (PDA) राजनीति में उन्हें महत्वपूर्ण माना जाता है।

हाल ही में, रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में राणा सांगा को लेकर एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने राणा सांगा को बाबर को भारत लाने का जिम्मेदार ठहराया और उन्हें गद्दार बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग हमेशा कहते हैं कि मुसलमानों में बाबर का DNA है, लेकिन हिंदुस्तान के मुसलमान बाबर को नहीं, बल्कि मोहम्मद साहब को अपना आदर्श मानते हैं।

रामजी लाल सुमन का जन्म 25 जुलाई 1950 को हाथरस जिले के बहोई गांव में हुआ था। उन्होंने आगरा कॉलेज से उच्च शिक्षा प्राप्त की और छात्र राजनीति में सक्रिय रहे।

1977 में, जनता पार्टी के टिकट पर 26 साल की उम्र में फिरोजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर वे पहली बार सांसद बने। 1991 में, उन्हें चंद्रशेखर सरकार में श्रम कल्याण, महिला कल्याण और बाल विकास राज्य मंत्री बनाया गया। 1993 में समाजवादी पार्टी के गठन के बाद, वे मुलायम सिंह यादव के करीब आ गए।