लखनऊ में होली पर पुलिस-वकील विवाद, पूर्व डीजीपी ने उठाए सवाल
लखनऊ में होली के दिन पुलिस और वकीलों के बीच विवाद हो गया, जिसमें पुलिस पर गंभीर आरोप लगे। वकील सौरभ वर्मा ने पुलिस पर बदसलूकी, सोने की चेन छीनने, मारपीट और पेशाब करने का आरोप लगाया, जिससे योगी सरकार और यूपी पुलिस की छवि खराब हुई। पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने जांच की मांग की और सपा मीडिया सेल ने सरकार पर हमला बोला। घटना के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।

होली के दिन लखनऊ के विभूतिखंड थाने में पुलिस और वकीलों के बीच विवाद हो गया। वकील सौरभ वर्मा ने पुलिस पर बदसलूकी, सोने की चेन छीनने, मारपीट और पेशाब करने का आरोप लगाया है। इस घटना से योगी सरकार और यूपी पुलिस की छवि खराब हुई है।
करीब 5 घंटे तक हंगामे के बाद पुलिस ने 9 पुलिस वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने इस मामले में जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर किसी की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
यह विवाद 14 मार्च को होली और जुमा की नमाज के दिन हुआ। योगी सरकार और पुलिस विभाग पूरी तरह से अलर्ट थे। डीजीपी प्रशांत कुमार खुद पुलिस मुख्यालय से हर पल की खबर ले रहे थे। पुलिस की चौकसी के कारण होली और जुमा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई।
शाम होते ही विभूतिखंड थाने में वकीलों और पुलिस के बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद वकीलों ने थाने में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और सड़क जाम कर दी। इस घटना के बाद पुलिस ने 11 बजे के बाद एफआईआर दर्ज की।
पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा कि वकीलों के खिलाफ कार्रवाई सूझबूझ से करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले को परिपक्वता के साथ हैंडल किया जा सकता था। उन्होंने यह भी कहा कि लापरवाही में वरिष्ठता नहीं देखी जाती है। इस पूरे प्रकरण में जिसकी भी लापरवाही रही हो, उसकी जांच होनी चाहिए।
सपा मीडिया सेल ने इस घटना को लेकर यूपी पुलिस और योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यूपी में पुलिस बेलगाम हो चुकी है।
वकील सौरभ वर्मा के अनुसार, पुलिस वालों ने वकीलों को भद्दी-भद्दी गालियां दीं, मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने पर्स और चेन भी छीन ली। सौरभ वर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने उन पर लॉकअप में पेशाब भी किया। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस वालों ने उनसे 50-50 हजार रुपये मांगे और फर्जी एफआईआर लिखकर जेल भेजने की धमकी दी।