भारत विरोधी प्रस्ताव: पाक संसद का ऐलान, सिंधु समझौता तोड़ा तो युद्ध!
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें भारत पर पहलगाम हमले के बाद उसे बदनाम करने का आरोप लगाया गया। सांसद तारिक फजल चौधरी ने प्रस्ताव पेश किया, जिसमें भारत के दुर्भावनापूर्ण अभियान की निंदा की गई और निर्दोषों की हत्या को पाकिस्तानी मूल्यों के खिलाफ बताया गया।संसद ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने के भारतीय फैसले को गैरकानूनी और एकतरफा बताते हुए युद्ध की कार्रवाई के समान बताया। पाकिस्तान ने कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन किया और भारत को आतंकवाद के लिए जवाबदेह ठहराने की मांग की। यह कदम पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।

संसद में पेश प्रस्ताव में कहा गया कि भारत सरकार पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए दुर्भावनापूर्ण अभियान चला रही है, जिसकी हम निंदा करते हैं। प्रस्ताव में निर्दोष लोगों की हत्या को पाकिस्तान के मूल्यों के खिलाफ बताया गया।
संसद ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने के भारत के फैसले की निंदा की और इसे गैरकानूनी बताया। प्रस्ताव में कहा गया कि भारत द्वारा संधि को तोड़ना युद्ध की घोषणा के समान होगा, और पाकिस्तान अपनी रक्षा करने में सक्षम है।
पाकिस्तान की संसद ने भारत को पाकिस्तान में आतंकवाद के कृत्यों में शामिल होने के लिए जवाबदेह ठहराने की मांग की और कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन किया। यह प्रस्ताव पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है।