पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस: बंधक संकट में 21 की मौत, सेना का अभियान खत्म

पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस में यात्रियों को बंधक बनाने की घटना के बाद सेना का ऑपरेशन खत्म हो गया है। सेना ने 33 विद्रोहियों को मार गिराने का दावा किया है, लेकिन 21 बंधक और चार जवान भी मारे गए। सुरक्षा बलों ने 190 यात्रियों को बचाया और 33 उग्रवादियों को मार गिराया। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हमले की जिम्मेदारी ली। अभियान में कई बंधक यात्रियों को बचाया गया, लेकिन हमले में कई उग्रवादी मारे गए। पाकिस्तान के एक मंत्री ने अभियान के समापन के लिए कोई समयसीमा नहीं बताई है। आत्मघाती जैकेट पहने उग्रवादियों ने महिलाओं और बच्चों को अपने पास बैठने के लिए मजबूर किया। घायल हुए 30 लोगों को अस्पताल भेजा गया है। यह पहली बार है जब बलूचिस्तान में किसी उग्रवादी समूह ने यात्री ट्रेन को 'हाइजैक' किया है। पाकिस्तान रेलवे ने पेशावर और क्वेटा रेलवे स्टेशन पर आपातकालीन डेस्क स्थापित किया है। अमेरिकी दूतावास ने हमले की निंदा की और कहा कि अमेरिका अपने सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के पाकिस्तान के प्रयासों में उसका दृढ़ भागीदार बना रहेगा。

Mar 14, 2025 - 15:36
पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस: बंधक संकट में 21 की मौत, सेना का अभियान खत्म
पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस में यात्रियों को बंधक बनाने की घटना के बाद सेना का ऑपरेशन खत्म हो गया है। सेना ने दावा किया है कि उन्होंने 33 विद्रोहियों को मार गिराया है, लेकिन 21 बंधक और फ्रंटियर कोर के चार जवान भी मारे गए हैं। कुछ बंधकों को दूसरे स्थानों पर ले जाया गया था, जिनकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है।

बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए 190 यात्रियों को बचाया और 33 उग्रवादियों को मार गिराया। पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग ने बताया कि इस दौरान 21 बंधक और फ्रंटियर कोर के चार जवान भी मारे गए। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, बलूच उग्रवादियों ने मंगलवार को एक सुरंग में हमला करके ट्रेन पर कब्जा कर लिया था। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ बुधवार को भी जारी रही।

जाफर एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी, जिसमें लगभग 400 यात्री सवार थे। उग्रवादियों ने विस्फोटकों का इस्तेमाल करके ट्रेन को पटरी से उतार दिया और उस पर कब्जा कर लिया। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। उग्रवादियों ने छह सैनिकों की हत्या कर दी थी, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।

रक्षा सूत्रों के अनुसार, उग्रवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान खत्म हो गया है। महिलाओं और बच्चों सहित कई बंधक यात्रियों को बचाया गया है। हमले की शुरुआत में मारे गए यात्रियों की संख्या का पता लगाया जा रहा है। घटनास्थल पर मौजूद कई उग्रवादी मारे गए हैं और जल्द ही अधिक जानकारी उपलब्ध होगी।

पाकिस्तान के एक मंत्री ने अभियान के समापन के लिए कोई समयसीमा नहीं बताई है, लेकिन इसे जल्द से जल्द पूरा करने का संकल्प लिया है। गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने बताया कि हमले में 70 से 80 उग्रवादी शामिल थे। उन्होंने फर्जी खबरों के खिलाफ चेतावनी दी और कहा कि इलाके में मोबाइल इंटरनेट नेटवर्क काम नहीं कर रहा है।

बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि जब तक सभी यात्रियों को बचा नहीं लिया जाता, तब तक अभियान जारी रहेगा। बंधक स्थिति के कारण सुरक्षा बल अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि आत्मघाती जैकेट पहने कुछ उग्रवादियों ने महिलाओं और बच्चों को अपने पास बैठने के लिए मजबूर किया था।

सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, बचाव अभियान में अब तक 30 उग्रवादी मारे गए हैं जबकि 190 यात्रियों को बचा लिया गया है। घायल हुए लगभग 30 लोगों को अस्पताल भेजा गया है। अभियान के दौरान ट्रेन के मुख्य इंजन में सवार दो चालक और आठ सुरक्षाकर्मी मारे गए।

बीबीसी उर्दू सेवा के अनुसार, मुश्ताक मुहम्मद ने बताया कि जब उग्रवादियों ने ट्रेन पर हमला किया था, तब वहां बहुत बड़ा विस्फोट हुआ और गोलीबारी हुई, ऐसा दृश्य जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता।

यह पहली बार है जब बलूचिस्तान में बीएलए या किसी भी उग्रवादी समूह ने यात्री ट्रेन को 'हाइजैक' किया है। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि यह अब तक स्पष्ट नहीं है कि हमले में कितने उग्रवादी शामिल हैं, लेकिन उनमें से कुछ सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।

पाकिस्तान रेलवे ने पेशावर और क्वेटा रेलवे स्टेशन पर आपातकालीन डेस्क स्थापित किया है। पाकिस्तानी मीडिया ने उस सुरंग के पास भीषण गोलीबारी और विस्फोट की खबर दी है, जहां उग्रवादियों ने ट्रेन पर हमला किया।

विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने महिलाओं और बच्चों को मुक्त कर दिया है, लेकिन अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया है। अमेरिकी दूतावास ने हमले की निंदा की है।

पेशावर रेलवे स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी तारिक महमूद ने कहा कि लोगों को सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। बीएलए ने एक बयान में चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान की सेना कोई अभियान चलाती है, तो ''सभी बंधकों को मार दिया जाएगा।'' इस समूह पर पाकिस्तान, ब्रिटेन और अमेरिका में प्रतिबंध है।

बलूचिस्तान में पिछले एक साल में उग्रवादी हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है।