राम मंदिर में नहीं होगा कोई मुख्य पुजारी: ट्रस्ट का फैसला
राम मंदिर ट्रस्ट ने फैसला किया है कि अब राम मंदिर में कोई मुख्य पुजारी नहीं होगा। यह निर्णय मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के निधन के बाद लिया गया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि आचार्य सत्येंद्र दास 1993 से राम लला की सेवा कर रहे थे और उनका निधन 12 फरवरी 2025 को हो गया। उन्होंने कहा कि अब कोई भी उनकी उम्र और विद्वता का नहीं है, इसलिए मुख्य पुजारी की नियुक्ति नहीं की जाएगी।

चंपत राय ने बताया कि आचार्य सत्येंद्र दास ने 1993 से भगवान राम लला की सेवा की थी और 12 फरवरी 2025 को उनका निधन हो गया। उन्होंने कहा कि सत्येंद्र दास जी की उम्र और उनके सम्मान जैसा कोई नहीं है। वे लंबे समय तक हनुमानगढ़ी के महंत रहे।
राम मंदिर मुख्य पुजारी की नियुक्ति को लेकर चंपत राय ने कहा कि आचार्य सत्येंद्र दास से छह महीने पहले ही पूछ लिया गया था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया कि अब कोई मुख्य पुजारी नहीं होगा। उन्होंने यह भी बताया कि आचार्य सत्येंद्र दास को उनकी सेवा के लिए सिर्फ 100 रुपये महीने मिलते थे।
12 फरवरी को 80 वर्ष की आयु में आचार्य सत्येंद्र दास का निधन हो गया था। वे उत्तर प्रदेश के संत कबीरनगर जिले में 1945 में पैदा हुए थे। राम मंदिर आंदोलन से प्रभावित होकर उन्होंने 1958 में अपना घर छोड़ दिया और अपना जीवन राम को समर्पित कर दिया। 1992 में बाबरी विध्वंस के दौरान, वे राम लला को गोद में लेकर भागे थे और लगभग 34 वर्षों तक राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी के रूप में सेवा करते रहे।