ग्वालियर का मंशापूर्ण हनुमान मंदिर: ट्रेन चालकों की आस्था का प्रतीक
ग्वालियर का मंशापूर्ण हनुमान मंदिर, जिसे 'ट्रेन वाले हनुमान जी' के नाम से जाना जाता है, लगभग 400 वर्ष पुराना है। यह मंदिर रेलवे ट्रैक के निकट होने के कारण विशेष रूप से प्रसिद्ध है, क्योंकि ट्रेन चालक यहाँ से गुजरते समय हॉर्न बजाकर हनुमान जी को प्रणाम करते हैं। मंदिर में लगातार रामायण का पाठ होता रहता है, जिससे यहाँ का वातावरण भक्तिमय बना रहता है। हनुमान जयंती के अवसर पर मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है, जो भक्तों के लिए एक प्रमुख आकर्षण होता है। यह मंदिर न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि यह आस्था और परंपरा का भी प्रतीक है।
यह मंदिर रेलवे ट्रैक के निकट होने के कारण विशेष रूप से प्रसिद्ध है, क्योंकि ट्रेन चालक यहाँ से गुजरते समय हॉर्न बजाकर हनुमान जी को प्रणाम करते हैं।
मंदिर में लगातार रामायण का पाठ होता रहता है, जिससे यहाँ का वातावरण भक्तिमय बना रहता है। हनुमान जयंती के अवसर पर मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है, जो भक्तों के लिए एक प्रमुख आकर्षण होता है।
मान्यता और इतिहास
यह मंदिर न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि यह आस्था और परंपरा का भी प्रतीक है। ट्रेन चालकों की श्रद्धा और भक्तों की गहरी आस्था इसे एक विशेष स्थान बनाती है।