लखनऊ कोर्ट परिसर में वकीलों ने की एसीपी से बदसलूकी
लखनऊ में वकीलों और पुलिस के बीच फिर विवाद हुआ, जहां कोर्ट परिसर में वकीलों ने एसीपी रैंक के एक पुलिस अधिकारी के साथ बदसलूकी की और उन्हें गालियां दीं। होली के दिन शुरू हुआ विवाद अभी थमा नहीं है। एसीपी राधारमण सिंह के साथ वकीलों ने बहस की और उन्हें वापस जाने को कहा। इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वकील पुलिस अधिकारी को गालियां देते सुने जा सकते हैं। होली के दिन विभूतिखंड थाने में वकीलों के साथ हुई मारपीट के चलते वकीलों में आक्रोश है। वकील पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जिसके चलते 5 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। वकील सौरभ वर्मा ने पुलिस पर मारपीट और गाली देने का आरोप लगाया था, जिसके बाद वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया और एफआईआर दर्ज कराई।

होली के दिन पुलिस और वकीलों के बीच शुरू हुआ विवाद अभी तक शांत नहीं हुआ है। कोर्ट परिसर में वकीलों ने पुलिस अधिकारी एसीपी राधारमण सिंह के साथ बहस की और उन्हें गालियाँ दीं, साथ ही वापस जाने के लिए कहा, जिसके बाद एसीपी वहाँ से चले गए।
मुख्य बातें:
होली के दिन वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी।
इस मामले में पहले ही 5 पुलिस अधिकारियों को लाइन हाजिर किया जा चुका है।
एसीपी के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो वायरल हो रहा है।
अभय सिंह राठौर, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस और वकीलों के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों पक्षों के बीच स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। हाल ही में एक और घटना सामने आई है, जिसमें वकीलों ने लखनऊ पुलिस के एक अधिकारी के साथ बदसलूकी की। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ वकील एसीपी विभूतिखंड राधारमण सिंह यादव को लखनऊ कोर्ट परिसर से जाने के लिए कह रहे हैं और उन्हें भद्दी गालियाँ दे रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।
वायरल वीडियो में, वकीलों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि 'सीओ साहब, आप यहाँ से चले जाइए। आपको किसने यहाँ आने की अनुमति दी? आपको किसने भेजा है?' इसके तुरंत बाद, एक वकील को पुलिस अधिकारी को गाली देते हुए भी सुना जा सकता है। इस 19 सेकंड के वीडियो ने पुलिस के प्रति वकीलों की नाराजगी को स्पष्ट रूप से दर्शाया है। बताया जा रहा है कि एसीपी राधारमण सिंह किसी मामले के सिलसिले में कोर्ट गए थे। होली के दिन विभूतिखंड थाने में वकीलों के साथ हुई मारपीट की घटना के कारण वकीलों में गुस्सा है। वकील लगातार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। हालांकि, इस मामले में शामिल विभूतिखंड थाने के 5 पुलिसकर्मियों को पहले ही लाइन हाजिर किया जा चुका है।
यह ध्यान देने योग्य है कि 14 मार्च को होली के दिन, वकील सौरभ वर्मा को उनके तीन साथियों ने विभूतिखंड थाने बुलाया था, लेकिन स्थिति जल्दी ही बिगड़ गई। वकील सौरभ वर्मा ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्हें लॉकअप में पीटा गया, गालियाँ दी गईं, उनकी सोने की चेन छीन ली गई और उन पर टॉयलेट किया गया। इस घटना के विरोध में, सैकड़ों वकील विभूतिखंड थाने में एकत्र हो गए और वकील सौरभ की एफआईआर दर्ज न होने पर सड़क जाम कर दी। पाँच घंटे तक चले विरोध के बाद, रात 11 बजे एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने भी वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया, जिसके विरोध में वकीलों ने हड़ताल की।