गाजा पर इजरायल की बमबारी: नेतन्याहू का हमास को कड़ा संदेश
इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमास के बंधकों को रिहा न करने के चलते भीषण बमबारी की, जिसमें 400 से अधिक फलस्तीनी मारे गए। हमास के एक नेता भी मारे गए, जिससे युद्धविराम टूटने का खतरा बढ़ गया है। नेतन्याहू ने कहा कि हमले जारी रहेंगे और बंधकों की रिहाई तक सैन्य दबाव बना रहेगा। गाजा के अस्पतालों में शवों का ढेर है, और मानवीय संकट गहरा गया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने चिंता जताई है और संयम बरतने की अपील की है। हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमला किया था, जिसके बाद से यह संघर्ष जारी है।

यरुशलम: हमास द्वारा बंधकों को रिहा न करने पर इजरायल ने गाजा पट्टी पर भीषण बमबारी की, जिसमें 400 से अधिक फलस्तीनी मारे गए और 560 से ज्यादा घायल हो गए। जनवरी में युद्धविराम के बाद यह इजरायल का सबसे बड़ा हवाई हमला है। रमजान के दौरान, लोग जब सुबह सहरी की तैयारी कर रहे थे, तब यह हमला हुआ।
इजरायली सेना ने बताया कि हमलों में हमास के प्रधानमंत्री की हैसियत रखने वाले एस्साम दीब अब्दुल्ला अल-दलिस भी मारे गए हैं, जो गाजा पट्टी में हमास का शासन संभालते थे। इन हमलों से युद्धविराम खत्म होने का खतरा मंडरा रहा है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल बंधकों को छुड़ाने के लिए और ताकत का इस्तेमाल करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि गाजा पर हवाई हमले अभी तो शुरुआत हैं, और युद्धविराम के लिए बातचीत युद्ध के दौरान ही होगी। नेतन्याहू ने साफ किया कि इजरायल अपने लक्ष्यों को हासिल करने तक आगे बढ़ता रहेगा, जिसमें हमास का सफाया और बंधकों की रिहाई शामिल है।
नेतन्याहू ने कहा कि पहले भी सैन्य दबाव के चलते बंधक रिहा हुए हैं। हमास ने इजरायल पर युद्धविराम तोड़ने का आरोप लगाया है, जबकि मिस्र ने संयम बरतने की अपील की है। मंगलवार तड़के हुए हवाई हमलों में पूरे गाजा को निशाना बनाया गया, और इजरायली टैंकों ने सीमा पर गोलों की बौछार की।
इजरायली सेना ने कहा कि उन्होंने कई ठिकानों पर हमले किए हैं और जरूरत पड़ने तक जारी रहेंगे। सेना ने पूर्वी गाजा खाली करने के निर्देश दिए हैं, जिससे जमीनी कार्रवाई की आशंका बढ़ गई है। गाजा के अस्पतालों में शवों का ढेर लग गया है, और स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 404 लोग मारे गए हैं और 560 से ज्यादा घायल हैं। इजरायल ने दो सप्ताह से गाजा में सहायता आपूर्ति रोक रखी है, जिससे हालात और खराब हो गए हैं।
गाजा सिटी की रहने वाली 65 वर्षीय रबीहा जमाल ने बताया कि यह भयावह रात थी, जब धमाकों से इमारतें हिल गईं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने इजरायली बमबारी पर चिंता जताई है।
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे और 251 को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद इजरायल ने गाजा में सैन्य अभियान शुरू किया था, जिसमें 48 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए थे। जनवरी में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम हुआ था, लेकिन हमास के कब्जे में अभी भी 59 बंधक हैं।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने बताया कि इजरायल ने हमले से पहले अमेरिका से बात की थी। रूस ने भी गाजा में लोगों के हताहत होने पर चिंता जताई है।