IIMT Meerut में बिना इजाजत नमाज, पुलिस ने दर्ज किया केस
मेरठ के आईआईएमटी विश्वविद्यालय में बिना इजाजत नमाज पढ़ने का मामला सामने आने के बाद विवाद हो गया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र खालिद प्रधान और तीन सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने खालिद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, जिसके बाद हिंदू संगठन उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वायरल वीडियो में छात्र परिसर में नमाज पढ़ते दिखे, जिसके बाद सांप्रदायिक तनाव फैलने का आरोप लगा। पुलिस ने खालिद के खिलाफ आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आंतरिक जांच के बाद कार्रवाई की है।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए छात्र खालिद प्रधान और तीन सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने खालिद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, और हिंदू संगठन उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
वीडियो में, छात्र विश्वविद्यालय परिसर के अंदर नमाज अदा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। खालिद प्रधान, जिसे खालिद मेवाती के नाम से भी जाना जाता है, ने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम पेज "खालिद प्रधान 302" पर साझा किया था। इसके बाद, स्थानीय हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, आरोप लगाते हुए कि यह वीडियो जानबूझकर होली के दौरान सांप्रदायिक तनाव फैलाने के इरादे से वायरल किया गया था।
पुलिस ने कार्तिक हिंदू नामक एक व्यक्ति की शिकायत पर खालिद के खिलाफ आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। गंगा नगर थाने के प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि खालिद मेवाती के इंस्टाग्राम पेज के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की है। प्रवक्ता सुनील शर्मा ने बताया कि आंतरिक जांच के बाद खालिद प्रधान और तीन सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। जांच में पाया गया कि बिना अनुमति नमाज पढ़ने और वीडियो वायरल करने का मकसद विश्वविद्यालय में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना था।
जांच समिति ने खालिद को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ, जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया। तीन सुरक्षाकर्मियों पर लापरवाही का आरोप है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।