Hardik Pandya की धमाकेदार वापसी! South Africa सीरीज में टूट सकता है T20I का महा-रिकॉर्ड, बस 2 विकेट और 140 रन दूर इतिहास रचने से
Star all‑rounder Hardik Pandya एशिया कप की चोट के बाद South Africa के खिलाफ T20 सीरीज में दमदार वापसी को तैयार हैं। 1860 रन और 98 विकेट के साथ, वह बस 140 रन और 2 विकेट दूर हैं 2000 रन–100 विकेट वाले ऐतिहासिक क्लब से। अभी तक सिर्फ Shakib Al Hasan, Mohammad Nabi और Sikandar Raza ही यह कमाल कर पाए हैं। Pandya भारत के दूसरे गेंदबाज बन सकते हैं जो T20I में 100 विकेट पूरे करेंगे, Arshdeep Singh के बाद।
भारतीय क्रिकेट के दिल की धड़कन और लाखों फैंस की उम्मीदों का बोझ उठाने वाले हार्दिक पांड्या आखिरकार मैदान पर वापसी करने जा रहे हैं—और इस बार दांव सिर्फ एक मैच का नहीं, बल्कि इतिहास का है। South Africa के खिलाफ होने वाली आगामी T20 सीरीज में हार्दिक वह कारनामा करने की कगार पर हैं, जो दुनिया में अब तक केवल तीन दिग्गज ही हासिल कर पाए हैं।
एशिया कप के दौरान लगी चोट ने उन्हें लंबे समय तक मैदान से दूर रखा, लेकिन अब जो आग, जो भूख, और जो जुनून उनके भीतर सुलग रहा है, वह क्रिकेट मंच को फिर से हिला देने वाला है। 1860 रन और 98 विकेट के साथ, हार्दिक बस 140 रन और दो विकेट दूर हैं उस मायावी, ऐतिहासिक और लगभग असंभव क्लब से—T20I में 2000 रन और 100 विकेट!
अब तक यह सुनहरा रिकॉर्ड सिर्फ तीन क्रिकेट लीजेंड्स के पास है—बांग्लादेश के शाकिब अल हसन, अफगानिस्तान के मोहम्मद नबी और जिम्बाब्वे के सिकंदर रजा। इन तीनों ने अपनी टीमों के लिए वो प्रदर्शन दिए हैं जो अक्सर क्रिकेट इतिहास में अध्याय बन जाते हैं। और अब, इस दैवी लिस्ट में चौथा नाम हो सकता है—Hardik Pandya।
शाकिब 129 मैचों में 2551 रन और 149 विकेट के साथ शीर्ष पर हैं। नबी ने 145 मुकाबलों में 2417 रन और 104 विकेट झटके हैं, जबकि रजा ने 127 मैचों में 2883 रन और 102 विकेट बनाए हैं। इन तीनों की परफॉर्मेंस हमेशा से T20I क्रिकेट की रीढ़ मानी गई है।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। एक और रिकॉर्ड Pandya को बुला रहा है। सिर्फ दो विकेट लेते ही वह T20I में 100 विकेट पूरे करेंगे—और ऐसा करने वाले भारत के सिर्फ दूसरे गेंदबाज बन जाएंगे। अभी तक यह महारत सिर्फ Arshdeep Singh के पास है, जिनके नाम 105 विकेट दर्ज हैं।
कटक में पहला ही मुकाबला इस पूरी कहानी का टर्निंग पॉइंट बन सकता है। करोड़ों आँखें, धड़कते दिल, और हर चौके–छक्के के साथ उठती उम्मीदें—सबका केंद्र इस बार एक ही शख्स है: Hardik Pandya।
क्या भारत एक नए अध्याय का साक्षी बनने जा रहा है? क्या हार्दिक इतिहास की किताबों में अमर होने की दहलीज पर खड़े हैं? अब जवाब देंगे मैदान की गूंज और Pandya के दमदार कदम।