गाजियाबाद में प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी, 43.49 लाख रुपये का लगा चूना

गाजियाबाद के नंदग्राम में जमीन धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें तीन लोगों से रजिस्ट्री के माध्यम से 43.49 लाख रुपये की ठगी की गई। पीड़ितों की शिकायत पर नंदग्राम थाने में दो भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि धोखाधड़ी के ऐसे ही और मामले जांच में सामने आ सकते हैं। इस मामले में, पीड़ितों ने ढरगल गांव में प्लॉट खरीदने का सौदा किया था, लेकिन रजिस्ट्री होने के बावजूद उन्हें मौके पर जमीन नहीं मिली। जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।

Mar 3, 2025 - 15:38
Mar 3, 2025 - 16:52
गाजियाबाद में प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी, 43.49 लाख रुपये का लगा चूना

गाजियाबाद के नंदग्राम में जमीन धोखाधड़ी: तीन लोगों से 43.49 लाख रुपये की ठगी

गाजियाबाद के नंदग्राम में जमीन धोखाधड़ी का एक नया मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में, तीन व्यक्तियों को रजिस्ट्री के माध्यम से 43.49 लाख रुपये का चूना लगाया गया। पीड़ितों की शिकायत पर नंदग्राम पुलिस स्टेशन में दो भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का मानना है कि इस तरह की धोखाधड़ी के और भी मामले सामने आ सकते हैं।

मुख्य बातें:

  • तीन पीड़ितों ने ढरगल गांव में प्लॉट खरीदने का सौदा किया।
  • रजिस्ट्री तो हुई, लेकिन मौके पर कोई जमीन नहीं मिली।
  • नंदग्राम पुलिस स्टेशन में दो भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।


विस्तृत विवरण:
गाजियाबाद से मिली जानकारी के अनुसार, नंदग्राम में जमीन धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है। तीन पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें दो भाइयों पर ऐसे भूखंड की रजिस्ट्री करने का आरोप है जो वास्तव में मौजूद ही नहीं है। इस धोखाधड़ी में पीड़ितों से 43.49 लाख रुपये की ठगी की गई। जब पीड़ितों ने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की।

केस 1:
दिल्ली के मयूर विहार की एक महिला ने गढ़ी ढरगल गांव में कृष्णपाल से दो भूखंडों का सौदा किया था। उन्होंने 30 अप्रैल 2012 को रजिस्ट्री कराई और कृष्णपाल को 16.73 लाख रुपये का भुगतान किया, लेकिन उन्हें मौके पर कब्जा नहीं दिया गया। कई बार कहने के बाद भी उन्हें न तो प्लॉट का कब्जा मिला और न ही भूखंड दिखाया गया। जब पीड़िता बैनामे में दर्शाए गए भूखंड को देखने पहुंची, तो वहां उन्हें कोई भूखंड ही नहीं मिला। पीड़िता का आरोप है कि 25 अगस्त 2024 को वह अपने पति के साथ कृष्णपाल के पास पहुंची और अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन कृष्णपाल ने अपने भाई सुंदरपाल के साथ मिलकर उनसे मारपीट की और उनके कपड़े फाड़कर निर्वस्त्र कर दिया।

केस 2:
चिपियाना निवासी तरुण शर्मा ने 2018 में सुंदरपाल से 100 गज भूखंड का सौदा किया था। सुंदरपाल ने उन्हें बताया कि प्रवीन के नाम पर उन्होंने पावर ऑफ अटॉर्नी की हुई है, इसलिए बैनामा प्रवीन से कराएंगे। 8 मई 2018 को प्रवीन ने उनके नाम रजिस्ट्री कर दी। उन्होंने 13.38 लाख रुपये भी दिए, लेकिन कब्जा नहीं दिया गया। कई बार मांगने के बाद भी न तो उन्हें पैसे दिए गए और न ही भूखंड दिखाया गया। जब वह खुद जाकर भूखंड देखने गए, तो पता चला कि मौके पर भूखंड मौजूद ही नहीं है। कई वर्षों तक सुंदरपाल उन्हें टहलाता रहा। पीड़ित ने 18 अगस्त 2024 को सुंदरपाल के पास जाकर विरोध जताया, तो उनके साथ मारपीट की गई।

केस 3:
दिल्ली के मयूर विहार की एक और महिला ने गढ़ी ढरगल गांव में कृष्णपाल से दो भूखंड का सौदा किया था। उन्होंने 30 अप्रैल 2012 को रजिस्ट्री कराई और कृष्णपाल को 16.73 लाख रुपये का भुगतान किया, लेकिन मौके पर उन्हें कब्जा नहीं दिया गया। कई बार कहने के बाद भी उन्हें न तो प्लॉट का कब्जा मिला और न ही भूखंड दिखाया गया। जब पीड़िता बैनामे में दर्शाए गए भूखंड को देखने पहुंचीं, तो वहां उन्हें कोई भूखंड ही नहीं मिला। पीड़िता का आरोप है कि 25 अगस्त 2024 को वह अपने पति के साथ कृष्णपाल के पास पहुंची और अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन कृष्णपाल ने अपने भाई सुंदरपाल के साथ मिलकर उनसे मारपीट की और उनके कपड़े फाड़कर निर्वस्त्र कर दिया।

इस संबंध में, डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर इसी तरह की धोखाधड़ी के अन्य मामले भी सामने आते हैं, तो उनकी भी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।