दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बना ढाका, हर साल Pollution से जा रही लाखों लोगों की जान
ढाका दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है, जहां हर साल प्रदूषण से लाखों लोगों की जान जा रही है। IQAir की रिपोर्ट के अनुसार, चीन का बीजिंग, उज्बेकिस्तान का ताशकंद और इराक का बगदाद क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। 151 और 200 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को अस्वस्थ माना जाता है, जबकि 201-300 को बहुत अस्वस्थ और 301-400 को खतरनाक माना जाता है। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर के एक अध्ययन के अनुसार, बांग्लादेश में वायु प्रदूषण के कारण सालाना 102,456 मौतें होती हैं। WHO की रिपोर्ट के अनुसार, वायु प्रदूषण से दुनिया भर में हर साल लाखों लोग मारे जाते हैं।
ढाका दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर: प्रदूषण से हर साल लाखों लोगों की जान जा रही है
ढाका: पड़ोसी देश बांग्लादेश की राजधानी ढाका दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में सबसे ऊपर है। प्रदूषण के चलते बांग्लादेश में हर साल लाखों लोगों की जान जा रही है। IQAir की रिपोर्ट के अनुसार, चीन का बीजिंग, उज्बेकिस्तान का ताशकंद और इराक का बगदाद क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।
खतरनाक वायु गुणवत्ता सूचकांक:
151 और 200 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को अस्वस्थ माना जाता है, जबकि 201-300 को बहुत अस्वस्थ और 301-400 को खतरनाक माना जाता है। AQI की गणना पांच प्रमुख वायु प्रदूषकों के लिए की जाती है, जिसमें पार्टिकुलेट मैटर (PM10 और PM2.5), कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और ओजोन शामिल हैं।
प्रदूषण से सालाना लाखों मौतें:
सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर के एक अध्ययन के अनुसार, बांग्लादेश में वायु प्रदूषण के कारण सालाना 102,456 मौतें होती हैं।
WHO की रिपोर्ट:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, वायु प्रदूषण से दुनिया भर में हर साल लाखों लोग मारे जाते हैं। WHO के आंकड़ों से पता चलता है कि 10 में से 9 लोग उच्च स्तर के प्रदूषकों वाली हवा में सांस लेते हैं।